भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को देश के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी से राहत का संकेत देते हुए कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू चलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के शेष हिस्सों, ओडिशा के कुछ और भागों, पश्चिम बंगाल के अधिकांश हिस्सों और झारखंड तथा बिहार के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है।
11 जून को अधिकतम तापमान पश्चिमी राजस्थान के लगभग सभी भागों में, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में, पूर्वी राजस्थान, पंजाब, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ भागों में 40 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया गया।
ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पश्चिम भारतीय हिमालय पर मध्यम से भीषण रूप से गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है और अगले 4-5 दिनों के दौरान बिजली गिरने की आशंका और तेज हवाएं चलने की संभावना है। इससे बाहर काम के लिए जाने वाले लोगों और जानवरों को हानि हो सकती है।
बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और पश्चिम बंगाल तथा उत्तरी ओडिशा के आसपास के तटीय क्षेत्रों पर अब निम्न दबाव का क्षेत्र स्थित है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुके हुए मध्य-क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। अगले 2-3 दिनों के दौरान इसके और अधिक व्यापक होने और पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर सम्पूर्ण ओडिशा, झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ में बढ़ने की संभावना है।
यह स्थिति अगले 4-5 दिनों तक बनी रहने की संभावना है।
निचले क्षोभमंडल स्तरों पर दक्षिण पंजाब से बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के आसपास के तटीय क्षेत्रों पर निम्न दबाव का क्षेत्र पूर्व-पश्चिम के केंद्र तक जाती है। अगले 3-4 दिनों के दौरान पूर्व-पश्चिम में कम दबाव का क्षेत्र बने रहने की संभावना है। इसके अलावा, पश्चिमी तट पर निचले स्तरों पर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं और पश्चिमी तट पर एक अपतटीय कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह स्थिति अगले 4-5 दिनों तक बनी रहने की संभावना है।