डेस्क न्यूज़ – इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 23 साल के अभय ने बताया, "सीए परीक्षा में पहली रैंक हासिल करना आसान नहीं था। कड़ी मेहनत के बाद मैं आज पिता के सपने को पूरा करने में कामयाब रहा, इसके लिए मैं आज बेहद खुश हूं। वह हमेशा मुझे एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में देखना चाहते थे। मेरे लिए ये भावुक पल है।"
बता दें, अभय के पिता दुर्गा प्रसाद बाजोरिया का 2016 में निधन हो गया था, उस समय अभय की ICAI इंटरमीडिएट परीक्षा चल रही थी। अभय ने बताया– "पिता एक चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहते थे लेकिन, घर की आर्थिक स्थिति के कारण वह सीए नहीं बन सके। ऐसे में चाहते थे ये सपना उनका बेटा पूरा करें।"
मेरे पिता के अचानक चले जाने के बाद हमारे ऊपर मानाो गम के बादल छा गए थे। मैं पूरी तरह से टूट चुका था। मुझमें कुछ भी करने की हिम्मत खत्म हो चुकी थी। लेकिन उस समय मेरी मां ने पूरा परिवार संभाला, उन्होंने मुझे लगातार हिम्मत दी। जिसके बाद मैं ICAI इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल हो पाया। परीक्षा में मैंने 71.23 प्रतिशत मार्क्स हासिल किए थे।
इस साल अभय ने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) CA (न्यू कोर्स) में पहला स्थान हासिल किया है। उनके साथ नोएडा के सूर्यांश अग्रवाल भी हैं। उन्होंने ने भी पहला स्थान हासिल किया है। दोनों ने ICAI CA फाइनल परीक्षा में 800 में से 603 मार्क्स के साथ 75.38 प्रतिशत हासिल किया है। बता दें, अभय ने साल 2018 में अपनी बीकॉम (फाइनेंस) सेंट जेवियर कोलकाता से की है। उनके पिता भी इसी कॉलेज से पढ़ चुके हैं।