प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह ने दावा किया है कि मुलायम सिंह यादव विधानसभा चुनाव में उनके लिए प्रचार करेंगे। राज्य में चुनाव के कुछ ही महीने बचे हैं। लेकिन अब तक मुलायम सिंह परिवार में एकता नहीं हो पाई है। वहीं शिवपाल सिंह लगातार अखिलेश यादव के साथ चुनावी गठबंधन की इच्छा जता चुके हैं। लेकिन अभी तक शिवपाल सिंह यादव का अखिलेश यादव की ओर कोई इशारा नहीं हुआ है। सपा जहां राज्य में छोटी पार्टियों के साथ गठजोड़ कर रही है, लेकिन अभी तक उसने पीएसपी की तरफ गठबंधन के लिए हाथ नहीं बढ़ाया है।
राज्य में होने वाले चुनाव से पहले पीएसपी अध्यक्ष ने मेरठ में बड़ा बयान दिया है। शिवपाल सिंह यादव का कहना है कि मुलायम सिंह ने कहा कि अगर अखिलेश और उनकी पार्टी का चुनाव के लिए गठबंधन नहीं होता है, या फिर दोनों एक साथ चुनाव नहीं लड़ते हैं, तो मुलायम सिंह यादव चुनाव में शिवपाल के लिए प्रचार करेंगे। शिवपाल सिंह ने कहा कि नेता ने मुझसे पूछा कि तुम लोग एक कब हो रहे हो तो उन्होंने कहा कि अखिलेश को बुला लो, हम 3 लोग एक साथ बात करेंगे। दरअसल समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह भी चाहते हैं कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के रिश्ते सुधरें और इसके लिए मुलायम सिंह यादव ने भी प्रयास किया है।
दरअसल समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन न होने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि दोनों पार्टियों की अपनी-अपनी शर्तें हैं। क्योंकि जहां अखिलेश यादव पीएसपी का एसपी में विलय चाहते हैं, वहीं शिवपाल सिंह यादव चाहते हैं कि उनकी पार्टी सपा के साथ चुनावी गठबंधन करे। जिसके चलते अब तक दोनों के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया है।
समाजवादी पार्टी से निकाले जाने के बाद जब शिवपाल सिंह ने अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई तो मुलायम सिंह ने उनकी रैली में जाकर शिवपाल सिंह को आशीर्वाद दिया। लेकिन उसके बाद मुलायम सिंह शिवपाल सिंह की किसी रैली में नहीं गए। जबकि लोकसभा चुनाव के दौरान शिवपाल सिंह ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारा था। जिससे सपा को बड़ा नुकसान हुआ था और पार्टी केवल पांच सीटें ही जीत सकी थी। इस बात को लेकर मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल के प्रति नाराज़गी जताई थी।