इंडोनेशियाई नौसेना के गोताखोरो ने 10 जनवरी को लांकांग द्वीप के पास समुद्र में खोज और बचाव अभियान के दौरान Sriwijaya Air flight SJY182 से मलबे को बाहर निकाला हैं। जकूजी हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद 9 जनवरी को बोइंग 737-500 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

यात्री सामान और धातु के स्क्रैप को बाहर निकाला
जकार्ता से टेकऑफ करने के कुछ ही समय बाद जहाज 62 लोगों के साथ बोइंग 737-500 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
उसके एक दिन बाद इंडोनेशियाई बचाव दल ने
रविवार की सुबह जावा सागर से विमान का मलबा मिला हैं। यात्री सामान और धातु के स्क्रैप को बाहर निकाला गया हैं।
परिवहन मंत्री बुदी करिया सुमाडी ने कहा कि अधिकारियों ने दुर्घटना स्थल के संभावित स्थान की
पहचान करने के बाद बड़े पैमाने पर खोज प्रयास शुरू किए हैं। नेशनल सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी
“Bagus Puruhito” ने एक बयान में कहा कि इन टुकड़ों को एसएआर टीम ने लंकांग द्वीप और लाकी द्वीप के बीच पाया हैं।
इस बीच, बोइंग ने कहा कि कंपनी अपने एयरलाइन ग्राहक के संपर्क में थी। और
इंडोनेशियाई श्रीविजय एयर फ्लाइट एसजे -182 के
दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उनकी सहायता करने के लिए तैयार थी। समाचार एजेंसी की रिपोर्ट बताया गया है, कि हम श्रीवजया एयर की उड़ान एसजे -182 के बारे में जकार्ता की मीडिया रिपोर्टों से अवगत हैं। हमारे चालक दल, यात्रियों के साथ जो हुआ हैं उसके लिए हमें बहुत दु:ख हैं। हमारी भावनाएं उनके परिवार के साथ हैं।
दोपहर दो बजकर 36 मिनट पर जकार्ता हवाई अड्डे से रवाना हुआ
स्रिविजया हवाई यात्री विमान शनिवार को स्थानीय समय के अनुसार दोपहर दो बजकर 36 मिनट पर जकार्ता हवाई अड्डे से रवाना हुआ । परिवहन मंत्रालय के अनुसार कुछ मिनटों बाद दो बजकर 40 मिनट पर विमान के साथ आख़िरी संपर्क दर्ज किया गया था। बोर्नियो द्वीप के पश्चिम में स्थित पोंतिअनक के लिए सामान्य उड़ान 90 मिनट की है। नेशनल सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी के प्रमुख एयर मार्शल बैगस पुरुहितो के अनुसार विमान ने कोई संकट संकेत नहीं भेजा था।
एक मछुआरे ने बताया कि उसने एक दुर्घटना देखी और उसके कप्तान ने वापस किनारे जाने का फ़ैसला किया। उन्होंने बताया कि विमान समुद्र में बिजली की तरह गिर गया और पानी में विस्फ़ोट हुआ. वो हमारे बहुत क़रीब हुआ, एक प्लाईवुड जैसी चीज़ लगभग मेरे जहाज़ पर लगी।