राजस्थान में कोरोना संक्रमण की दर अब भी कम होने का नाम नहीं ले रही। आज राजस्थान में कोरोना के केस रविवार की तुलना में भले ही 1002 कम आए हो, लेकिन इसके पीछे कारण सैंपल की जांच कम है।
सामान्य दिनों की तुलना में आज करीब 37 हजार सैंपल की जांचे कम हुई। राज्य में बीते 24 घंटे में कुल 17,296 नए संक्रमित मिले है, जबकि 154 लोगों की मौत हो गई।
जयपुर में आज एक निजी अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया। जब अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन खत्म होने के कारण मरीजों के परिजनों को कहीं और ले जाने की बात कह दी।
सूर्यनगरी जोधपुर में कोरोना पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है। आज यहां 2130 संक्रमित मिले और 37 लोग अपनी जान गंवा बैठे। मई महीने के पहले तीन दिन में ही मृतकों की संख्या सौ से अधिक हो चुकी है।
आज जोधपुर में 1129 संक्रमितों को ठीक होने पर डिस्चार्ज किया गया। जोधपुर में अप्रैल की तुलना में मई भारी पड़ता नजर आ रहा है। मई के शुरुआती तीन दिन के अंदर 6,160 संक्रमित मिल चुके हैं।
वही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि जीवन रक्षा के लिए कोरोना प्रोटोकॉल की सख्ती से पालन कराना बहुत जरूरी है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सोमवार से शुरू हो रहे 'महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाडे़' की गाइडलाइन की पूरी कड़ाई से पालन करवाएं और इसमें किसी तरह की ढिलाई नहीं हो.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से राज्य में कोरोना संक्रमितों की बढती संख्या को देखते हुए मेडिकल ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ाए जाने के लिए केंद्र सरकार से लगातार समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के माध्यम से आयात किए जा रहे ऑक्सीजन परिवहन के टैंकरों में से राजस्थान को जरूरत के मुताबिक टैंकर उपलब्ध कराने के लिए भी पुरजोर पैरवी करने के निर्देश दिए है.