पहली बार ट्रेन से मिसाइल परीक्षण कर उत्तर कोरिया ने बढ़ा दी दुनियां की चिंता, संयुक्त राष्ट्र ने कहा- सुरक्षा के लिए खतरा

उत्तर कोरिया ने बुधवार को पहली बार किसी ट्रेन में बने मिसाइल सिस्टम से बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। इस पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने चिंता व्यक्त की है।
Photo | Dainik Bhaskar
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डेस्क न्यूज़- उत्तर कोरिया के बढ़ते मिसाइल परीक्षणों ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। उत्तर कोरिया ने बुधवार को पहली बार किसी ट्रेन में बने मिसाइल सिस्टम से बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। इस पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के राजदूत निकोलस रिवर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल देशों का कहना है कि इस तरह के मिसाइल परीक्षण शांति और सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा हैं और परिषद के प्रस्तावों का भी उल्लंघन हैं। उत्तर कोरिया की सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के मुताबिक बुधवार को लॉन्च की गई मिसाइल का मकसद रेलवे आधारित मिसाइल सिस्टम का परीक्षण करना था। इसे उत्तर कोरिया के लिए किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए डिजाइन किया गया है।

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उत्तर कोरिया को क्या होगा फायदा?

उत्तर कोरिया अब ट्रेन से मिसाइल परीक्षण की तकनीक तैयार करके देश के किसी भी कोने से मिसाइल दाग सकता है, क्योंकि पूरे उत्तर कोरिया में रेलवे नेटवर्क है। हालांकि संकट की घड़ी में उत्तर कोरिया का रेलवे नेटवर्क हमलावरों का आसान निशाना भी बन सकता है। अमेरिकी मिसाइल विशेषज्ञ एडम माउंट का कहना है कि जो देश अपनी परमाणु शक्ति बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए ट्रेन आधारित मिसाइल प्रणाली एक सस्ता और विश्वसनीय विकल्प है। रूस ने भी इस प्रणाली को तैयार किया था और अमेरिका भी इस पर विचार कर रहा है।

बुधवार को ही किया था SLBM का परीक्षण

आपको बता दें कि बुधवार को ही दक्षिण कोरिया ने सबमरीन से लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) का परीक्षण भी किया है। यह बिना परमाणु हथियारों के इस प्रणाली को विकसित करने वाला पहला देश बन गया है। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच हथियारों की होड़ तेजी से बढ़ रही है। दोनों देश नए हथियारों के साथ-साथ उच्च क्षमता वाली मिसाइलों का परीक्षण कर रहे हैं।

उत्तर कोरिया ने रविवार को लंबी दूरी की नई मिसाइल का भी परीक्षण किया। यह मिसाइल 1500 किमी की दूरी तक मार कर सकती है। इस रेंज में उत्तर कोरिया ज्यादातर जापान को निशाना बना सकता है। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बताया कि इस क्रूज मिसाइल को दो साल से तैयार किया जा रहा था। अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इस मिसाइल में परमाणु क्षमता प्रणाली होने की संभावना है।

उत्तर कोरिया ने कहा कि मिसाइल एक महत्वपूर्ण रणनीतिक हथियार है, जो देश की सैन्य शक्ति को बढ़ाने के देश के दृष्टिकोण के अनुरूप है। इससे पहले मार्च में कोरिया ने कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी। वहीं, जनवरी में एक क्रूज मिसाइल भी लॉन्च की गई थी।

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