पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू लड़कियों पर हो रहे अत्याचारों का अंत होता नहीं दिख रहा है। दक्षिणी सिंध प्रांत में जबरन धर्म परिवर्तन के बाद शादी का एक और मामला सामने आया है। हिंदू किशोरी करीना कुमारी का 6 जून को सिंध प्रांत से अपहरण कर लिया गया था। उसने 12 अगस्त को नवाबशाह की अदालत में बताया कि उसका जबरन धर्म परिवर्तन किया गया और बाद में उसकी शादी एक मुस्लिम व्यक्ति से कर दी गई।
करीना को बेनजीर शहीदाबाद स्थित उसके घर के बाहर से अगवा किया गया था। उसके गरीब पिता सुंदर मल के कठिन प्रयासों के बाद लड़की को नवाबशाह की अदालत में पेश किया गया। उसने एक वीडियो संदेश में कहा कि उसका अपहरण कर जबरन इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया और फिर खलील नाम के एक व्यक्ति से शादी कर दी गई।
किशोरी को महिला केंद्र भेज दिया गया है और उसने अदालत से अपने माता-पिता के पास वापस जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया है।
लडकी के पिता सुंदर मल ने कहा, 'हम गरीब हैं और हमारे पास कोर्ट आने के लिए बस का किराया भी नहीं है। आज मेरी बेटी ने सच कहा। अदालत को उसे घर जाने देना चाहिए और उन दोषियों को दंडित करना चाहिए जो लड़कियों का अपहरण करते है, उनका यौन शोषण करते है और यहां तक कि उन्हें बेचते भी है’।
सुंदर मल के वकील दिलीप कुमार मंगलानी ने कहा कि हिंदू लड़कियों और उनके परिवारों को जबरन धर्मांतरण के कारण खतरा है और समस्या सिंध के भीतरी इलाकों में अधिक है।
उसने शिकायत की, ‘हम अपनी ओर से पूरा प्रयास करते है, लेकिन ज्यादातर मामलों में अपहृत लड़कियां कम उम्र की होती हैं और अदालत में आरोपी फर्जी दस्तावेज या प्रमाण पत्र पेश करते है और पुलिस भी मदद नहीं करती है।’ करीना भी नाबालिग थी।
सिंध के भीतरी इलाकों में ऐसी वारदातें बढती जा रही है। हिंदू लड़कियों का अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन एक बड़ी समस्या बन गई है। 2022 मार्च में, तीन हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लिया गया और उन्हें इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया और आठ दिनों के भीतर मुस्लिम पुरुषों से शादी कर दी गई। पुलिस भी इनके साथ खडी नजर आती है। यही कारण है कि अब तक पुलिस इन तीनों लड़कियों में से किसी का भी पता नहीं लगा पाई है।