Earthquake in Turkey: सोमवार सुबह तुर्किये समेत चार देशों (लेबनान, सीरिया और इजराइल) में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। इस भूकंप ने चारों देशों को दहला दिया है। वहीं सबसे ज्यादा नुकसान तुर्किये में हुआ है।
अभी तक 9,504 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि घायलों की संख्या 25 हजार के करीब पहुंच गई है। इस भूकंप में 3000 से अधिक इमारतें जमींदोज हो गई है।
इसी बीच नीदरलैंड के वैज्ञानिक फ्रेंक होगरबीट्स का एक ट्वीट वायरल हो रहा है। उन्होंने ये ट्वीट 3 फरवरी को किया था।
इसमें उन्होंने लिखा था- आज नहीं तो कल, लेकिन जल्द 7.5 तीव्रता का भूकंप इस क्षेत्र में आने वाला है। इससे साउथ-सेंट्रल तुर्किये, जॉर्डन, सीरिया और लेबनान प्रभावित होंगे।
वहीं फ्रेंक ने ये भी कहा था कि इतने बड़े भूकंप के बाद जो आफ्टर शॉक्स (बड़े भूकंप के बाद आने वाले कम तीव्रता के झटके) आएंगे वो 4 से 5 तीव्रता के होंगे। उनकी यह बात भी सटीक साबित हुई। खुद तुर्किये सरकार ने माना है कि इसी तीव्रता के 66 आफ्टर शॉक्स आ चुके हैं।
फ्रेंक होगरबीट्स (Frank Hoogerbeets) नीदरलैंड्स के रहने वाले हैं। फ्रेंक सोलर सिस्टम जियोमेट्री सर्वे (SSGEOS) नाम के एक जियोलॉजिकल इंस्टीट्यूट में सीनियर रिसर्चर हैं। SSGEOS जमीन के अंदर होने वाली हलचल पर खासतौर से रिसर्च करता है।
ऐसा ही भयंकर भूकंप 1939 में आया था जिसमें 30 हजार लोगों की मौत हुई थी।
साल 1999 में भी आया था, जिसमे 18 हजार से भी अधिक लोगों की मौत हुई थी।
वहीं अक्टूबर 2011 में आए भूकंप में 600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।