यूक्रेन से भावुक करने वाली घटना: मासूम का 1100 किमी का सफर- बिन मां-बाप के अकेला यूक्रेन से स्लोवाकिया बॉर्डर पहुंचा

बच्चे का वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें दिख रहा है कि बच्चे के हाथ में एक प्लास्टिक का बैग, पासपोर्ट और हाथ पर एक नंबर लिखा हुआ है। बताया जा रहा है कि बच्चे के हाथ पर जो नंबर लिखा था वो नंबर उसके ​स्लोवाकिया में किसी रिश्तेदार का है। जानकारी के अनुसार ये नंबर उसकी मां ने उसके हाथ पर लिख दिया था।
यूक्रेन से भावुक करने वाली घटना: मासूम का 1100 किमी का सफर- बिन मां-बाप के अकेला यूक्रेन से स्लोवाकिया बॉर्डर पहुंचा

यूक्रेन पर रूसी अटैक के बीच एक मासूम की भावुक कर देने वाली घटना सामने आई है। ये बच्चा जंग के बीच बिन मां बाप के अकेले 1100 किमी का ट्रेन का सफर पूरा कर स्लोवाकिया बॉर्डर पर पहुंचा। इस बच्चे का वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें दिख रहा है कि बच्चे के हाथ में एक प्लास्टिक का बैग, पासपोर्ट और हाथ पर एक नंबर लिखा हुआ है। बताया जा रहा है कि बच्चे के हाथ पर जो नंबर लिखा था वो नंबर उसके ​स्लोवाकिया में किसी रिश्तेदार का है। जानकारी के अनुसार ये नंबर उसकी मां ने उसके हाथ पर लिख दिया था।

ये मासूम न्यूक्लियर प्लांट वाले यूक्रेन के जपोरिझिया क्षेत्र का बताया जा रहा है और बच्चे को युद्ध के हालात से बचाने के लिए उसकी मां ने ही उसे 1100 किमी दूर स्लोवाकिया अपने रिश्तेदार के यहां भेजा था। जानकारी के अनुसार बच्चे की मां अपनी बूढ़ी मां के साथ रहती है और वे काफी बीमार हैं। इसी कारण मां बच्चे के साथ नहीं जा पाई।

गौरतलब है कि जपोरिझिया क्षेत्र में सबसे बड़ा न्यूक्लियर पावर प्लांट है। और यहां से रेडिएशन की समस्या को देखते हुए काफी संख्या में लोग यहां से दूर पलायन कर रहे हैं।

<div class="paragraphs"><p>गार्ड ने बच्चे के हाथ पर लिखे मोबाइल नंबर पर फोन किया तो नंबर स्लोवालकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा का निकला। ये नंबर उसके रिश्तेदार का था। गार्ड ने रिश्तेदार को बॉर्डर पर बुलाया और बच्चे को उसे सौंप दिया।</p></div>

गार्ड ने बच्चे के हाथ पर लिखे मोबाइल नंबर पर फोन किया तो नंबर स्लोवालकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा का निकला। ये नंबर उसके रिश्तेदार का था। गार्ड ने रिश्तेदार को बॉर्डर पर बुलाया और बच्चे को उसे सौंप दिया।

बच्चे के जर्नी के दौरान स्थानीय लोगों ने उसका काफी खयाल रखा। स्लोवाकिया बॉर्डर पर जब ये बच्चा पहुंचा तो वहां के सिक्योरिटी गार्ड हैरान रह गए। इस दौरान गार्ड ने बच्चे के हाथ पर लिखे मोबाइल नंबर पर फोन किया तो नंबर स्लोवालकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा का निकला। ये नंबर उसके रिश्तेदार का था। गार्ड ने रिश्तेदार को बॉर्डर पर बुलाया और बच्चे को उसे सौंप दिया। स्लोवाकिया पहुंचने पर बच्चे ने बताया कि उसे उसकी मां ने जान की रक्षा के लिए स्लोवाकिया भेजा जहां उसके रिश्तेदार रहते हैं। चूंकी यूक्रेन में कम्यूनिकेशन के सभी साधन ठप हो गए हैं, तो मां ने उसके हाथ पर​ रिश्तेदार के नंबर लिख दिए, ताकि जब बच्चा स्लोवाकिया पहुंचे तो कोई बड़ा सज्जन संबंधित नंबर पर फोन कर बच्चे को रिश्तेदार को सेफली उनके हवाले कर दे।
मां ने स्लोवाकिया सरकार का शुक्रिया अदा किया
अब जानकारी आ रही है कि बच्चे के स्लोवाकिया में सुरक्षित पहुंचने की सूचना पाकर उसकी मां ने स्लोवाकिया सरकार को मैसेज भेजकर शुक्रिया अदा किया है। स्लोवाकिया की इंटीरियर मिनिस्ट्री ने बच्चे की तस्वीर फेसबुक पर पब्लिश की है। इस दौरान मिनिस्ट्री ने बच्चे को निडर और जुनूनी बताकर उसकी तारीफ की। पोस्ट में बच्चे को हीरो बताया जा रहा है।

पूरे सफर में बच्चे ने जज्बे को नहीं खोया

मिनिस्ट्री ने पेज पर ये भी बताया कि इतने लंबे सफर के दौरान अपनी सकारात्मकता को नहीं खोया... हां बच्चा वीडियो में रोता नजर आ रहा है, लेकिन इतनी बड़ी जंग में किसी बच्चे का रोना स्वाभाविक है, क्योंकि जंग में हर कोई बेहाल है, लेकिन बच्चे के पूरे सफर में बच्चे ने अपनी मुस्कान और जज्बे को कायम रखा।

अधिकारियों ने किया बच्चे के जज्बे को हैट्स ऑफ‚ दुनियाभर में हो रही तारीफ

बच्चे की इस तरह की निडरता ने अधिकारियों को उसके प्रति हैट्स ऑफ करने पर मजबूर कर दिया। पोस्ट में बच्चे को बिगेस्ट हीरो ऑफ द लास्ट नाइट बताया गया है। बता दें कि यूक्रेन से लाखों लोग का पलायन जारी है। ऐसे में इस तरह बच्चे का सुरक्षित तौर पर गंतव्य स्थान पर पहुंचने से बच्चे की दुनियाभर में तारीफ हो रही है।

यूक्रेन से भावुक करने वाली घटना: मासूम का 1100 किमी का सफर- बिन मां-बाप के अकेला यूक्रेन से स्लोवाकिया बॉर्डर पहुंचा
UNSC में भारतःरूस और यूक्रेन से अनुरोध के बाद भी सूमी में नहीं बना सेफ कॉरिडोर

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com