हज यात्रा: इस साल भी बाहरी यात्रियों को इजाजत नहीं, सऊदी अरब के 60 हजार लोगों को ही अनुमति
मुस्लिमों के पवित्र स्थल मक्का में लगातार दूसरे साल बाहरी मुल्कों के लोगों को एंट्री नहीं मिल पाएगी। सऊदी अरब की प्रेंस एजेंसी ने शनिवार को हज एवं उमरा मंत्रालय का हवाला देते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण चलते दूसरे देश के लोगों को इस बार भी यात्रा की इजाजत नहीं दी जा रही है। सिर्फ 60 हजार स्थानीय लोगों (सऊदी अरब के निवासी) को ही इस बार धार्मिक स्थल पर आने की अनुमति होगी।
मुस्लिमों के पवित्र स्थल मक्का में लगातार दूसरे साल बाहरी मुल्कों के लोगों को एंट्री नहीं मिल पाएगी
बयान में कहा गया है कि इस साल हज 17 से 22 जुलाई तक होगा। इसमें 18
से 65 साल की आयु के लोग हिस्सा ले सकेंगे। हज यात्रियों के लिये
वैक्सीनेशन अनिवार्य हाेगा। बयान में कहा गया है कि सऊदी अरब इस बात
की पुष्टि करता है कि उसने हाजियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा और उनके देशों की
सुरक्षा के बारे में निरंतर विचार-विमर्श के बाद यह फैसला लिया है।
पिछले साल, सऊदी अरब में पहले से रह रहे लगभग एक हजार लोगों को ही हज के लिये चुना गया था
पिछले साल, सऊदी अरब में पहले से रह रहे लगभग एक हजार लोगों को ही हज के लिये चुना गया था। सामान्य हालातों में हर साल लगभग 20 लाख मुसलमान दुनियाभर के देशों से हज करने सऊदी अरब आते हैं।
पहले 45 हजार लोगों को आने की मिली थी अनुमति
सऊदी अरब सरकार ने इससे पहले एलान किया था कि इस साल दुनियाभर के 60 हजार लोग हज कर सकेंगे, जिनमें से 15 हजार देश के ही नागरिक होंगे। बाकी अन्य देशों से 45 हजार लोग ही इस बार हज के लिए सऊदी अरब जा सकेंगे। हालांकि अब सऊदी सरकार ने साफ कर दिया है कि इस बार भी दूसरे देश से कोई व्यक्ति हज नहीं कर सकेगा।
केंद्र सरकार ने कर ली थी तैयारी
पिछले साल की तरह इस साल भी केंद्र सरकार ने हज यात्रा के लिए तैयारी पूरी कर ली थी। हाल ही में केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने यात्रा को लेकर जारी असमंजस के बीच कहा था कि हज को लेकर भारत सऊदी अरब के फैसले का इंतजार कर रहा है। उन्होंने कहा था कि हमने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हमने हज यात्रा के लिए लोगों से आवेदन भी ले लिए हैं।
2020 में 2 लाख से ज्यादा लोगों ने किया था आवेदन
2020 में हज के लिए 2 लाख से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया था। मार्च तक 1.18 लाख लोग रजिस्टर्ड हुए थे। इसमें से जून के पहले हफ्ते में 16 हजार लोगों से रजिस्ट्रेशन कैंसिल कराया था। वहीं, महरम (पुरुष साथी) के बिना इस साल 2300 से ज्यादा महिलाएं यात्रा करने वाली थीं। पिछले साल बाहरी देशों को अनुमति नहीं मिलने के बाद केंद्र सरकार ने 2.13 लाख जायरीनों का पूरा पैसा उनके अकाउंट में रिफंड कर दिया था।