यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध चल रहा है. हमले के तीसरे दिन रूस ने बड़ा दावा किया है. उसने यूक्रेन के 800 सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है. इसके अलावा यूक्रेन की नौसेना की 8 नौकाओं को भी तबाह कर दिया गया है. रूस की सेना अपने टैंकों और वाहनों के साथ यूक्रेन के कई हिस्सों में आगे बढ़ती जा रही है. इसकी कई तस्वीरें सामने आ रही हैं. तस्वीरों एक बात सबसे आम है वो है रूसी टैंकों और वाहनों पर बना ‘Z’ का ये निशान. चलिए जानते है, रूसी सेना के वाहनों पर बने इस निशान का मतलब क्या है.
स्काय न्यूज के अनुसार, रूसी सेना के टैंकों और वाहनों को अगर आप ध्यान से देखेंगे तो आपको उन पर Z लिखा दिखाई देगा, लेकिन कुछ न कुछ बदलाव के साथ. जैसे-कहीं पर सीधा Z लिखा दिखाई देगा तो कहीं पर इसे बॉक्स में लिखा दिखाई देगा. वहीं, कुछ रूसी वाहन ऐसे भी हैं जिसमें Z को एक त्रिकोण में लिखा गया है. युद्ध में इसके अलग-अलग मायने हो सकते हैं, जिसे समझाने के लिए इसे बनाया है.
टेलिग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार इस तरह के निशान का प्रयोग रोसवार्दिया ट्रूप्स के लिए किया जाता है. रोसवार्दिया ट्रूप्स का मतलब रशियन नेशनल गार्ड से है. यह सेना के जवानों से बिल्कुल अलग होती हैं. रोसवार्दिया ट्रूप्स सीधे तौर पर अपनी हर कार्रवाई की जानकारी सीधे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को होती है
वहीं रूसी डिफेंस पॉलिसी की स्टडी कर रहे एक स्टूडेंट ने ट्वीट कर इससे जुड़ी कुछ जानकारी शेयर की. स्टूडेंट के अनुसार, यह एक तरह का रेड फ्लैग होता है. यह निशान उन वाहनों पर लगाया जाता है जिनमें कैदियों को ले जाया जाता है. आमतौर पर बेल्गोरॉड इलाके में ऐसी गाड़ियों पर Z का निशान दिखाई देता है.
Z निशान का सीधा कनेक्शन जिस रोसवार्दिया ट्रूप्स से है उन्हें कहीं भी कब्जा करने और घुसपैठ करने की ट्रेनिंग मिली होती है. वहीं, कुछ का मानना है कि यह निशान इसलिए बना होता है ताकि रूसी सेना गलती से अपने वाहनों को ही निशाना न बनाएं. जिन पर यह निशान पर है, इसका मतलब है कि वो रूसी सेना के वाहन हैं.