Russia Ukraine War : यूक्रेन की सेना में शामिल होकर रूस से जंग लड़ रहा है एक भारतीय, जानिए कौन है यह शख्स

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगभग दो सप्ताह से चल रहा है। रूसी सेना लगातार यूक्रेन पर हमला कर रही है और यूक्रेन में काफी तबाही मचा चुकी है। वहीं यूक्रेन अपनी सेना और नागरिकों के साथ रूसी सेना का डटकर मुकाबला कर रहा है। इसी बीच ऐसी खबरें आई हैं कि यूक्रेन के आम नागरिक भी सेना में शामिल हो गए हैं और देश के लिए रूस से लड़ रहे हैं।
सैनिकेश रविचंद्रन

सैनिकेश रविचंद्रन

Image Source : Aaj Tak

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगभग दो सप्ताह से चल रहा है। रूसी सेना लगातार यूक्रेन पर हमला कर रही है और यूक्रेन में काफी तबाही मचा चुकी है। वहीं यूक्रेन अपनी सेना और नागरिकों के साथ रूसी सेना का डटकर मुकाबला कर रहा है। इसी बीच ऐसी खबरें आई हैं कि यूक्रेन के आम नागरिक भी सेना में शामिल हो गए हैं और देश के लिए रूस से लड़ रहे हैं। अब इस सूची में एक भारतीय (यूक्रेन में भारतीय) भी शामिल है। बता दें कि, भारत से यूक्रेन में अध्ययन करने गए एक छात्र ने यूक्रेन की सेना में शामिल होने का फैसला किया है और वह रूस के खिलाफ युद्ध में अपना योगदान देगा।

जहां एक तरफ भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने की कोशिश कर रही है, वहीं इस बीच भारत लौटने की बजाय इस भारतीय छात्र ने वहां की सेना में भर्ती होने और रूस के खिलाफ लड़ने का फैसला किया है। ऐसे में सबके मन में यही सवाल है कि आखिर वह शख्स कौन है और कहां का है। तो जानिए इस शख्स और उनके परिवार से जुड़ी कई खास बातें...

जानिए, कौन है यह शख्स ?
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में इस भारतीय शख्स के बारे में जानकारी दी गई है और बताया गया है कि एक भारतीय यूक्रेन की सेना में शामिल हो गया है। बता दें कि, इस शख्स का नाम है सैनिकेश रविचंद्रन, जो अभी 21 साल के हैं। रविचंद्रन तमिलनाडु के कोयम्बटूर के रहने वाले हैं, जो यूक्रेन में पैरामिलिट्री फोर्स में शामिल हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कुछ अधिकारियों ने उनके घर आकर इस बात की जानकारी उनके माता-पिता को दी है।

दरअसल, रविचंद्रन का पहले भी सेना में शामिल होने का सपना था। उन्होंने इससे पहले भारतीय सेना में भी आवेदन किया था, लेकिन किसी कारणवश उनका चयन नहीं हो सका। इसके बाद साल 2018 में वह यूक्रेन चले गए हैं, जहां वह नेशनल एरोस्पेस यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं। यह विश्वविद्यालय यूक्रेन के खारकीव में ही स्थित है। उनका कोर्स इसी साल जुलाई में पूरा होना था, लेकिन युद्ध की वजह से कई मुश्किलें आ गई हैं।

सोशल मीडिया पर हो रही है सैनिकेश की सराहना

इंडिया टुडे की रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच उनके परिवार का सैनिकेश से संपर्क टूट गया था। दूतावास की मदद लेने के बाद वे सैनिकेश से संपर्क करने में सफल रहे। इसके बाद सैनिकेश ने बताया कि रूस के खिलाफ लड़ने के लिए वह यूक्रेन के अर्धसैनिक बलों में शामिल हो गया। अब इसे सोशल मीडिया पर भी शेयर किया जा रहा है, जिसके बाद सैनिकेश के इस कदम पर लोगों के कमेंट्स आने शुरू हो गए हैं।

जानिए, वर्तमान स्तिथि

रूस ने यूक्रेन के कीव, चेर्निहीव, सूमी, खारकीव और मारियुपोल शहरों में संघर्ष विराम लगा दिया है। यहां ह्यूमन कॉरिडोर खोले जाएंगे। वहीं, यूएनएससी की बैठक में रूस ने कहा, विशेष सैन्य अभियान के क्षेत्र से 1,68,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालकर रूस लाया गया है और पिछले 24 घंटों में 5,550 लोग सीमा पार कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि, हम यूक्रेन से आने वाले नागरिकों के लिए अस्थायी आवास भी स्थापित कर रहे हैं। हालाँकि, रूस ने युद्ध की शुरुआत के बाद से यूक्रेन में 625 से अधिक मिसाइलें लॉन्च की हैं।

<div class="paragraphs"><p>सैनिकेश रविचंद्रन</p></div>
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