तालिबान के AFGHANISTAN पर कब्जा करने के बाद से हजारों अफगान देश छोड़ रहे हैं। तालिबान भले ही कहता रहे कि वह लोगों की रक्षा करेगा और किसी को तकलीफ नहीं होने देगा, लेकिन हकीकत यह है कि तालिबान का दमनकारी शासन शुरू हो गया है।
AFGHANISTAN को तालिबान के काबुल पर कब्जा किए 20 साल पीछे चले गए हैं। महिलाओं को बुर्के में रहने का आदेश दिया गया है। काम छोड़कर घर की देखभाल करने की सलाह भी दी गई है।
पुरुषों से कहा गया है कि उन्हें पांच बार नमाज अदा करनी है और दाढ़ी नहीं बनानी है। लड़कियों और लड़कियों की जान को खतरा है। ऐसे में लोग किसी भी तरह AFGHANISTAN से भागना चाहते हैं।
काबुल एयरपोर्ट पर बिखरी पड़ी सेना की वर्दियों बीच से गुजरता एक बच्चा। काबुल एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में लोग विमानों में जगह मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
तालिबान के डर से लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं। काबुल एयरपोर्ट पर प्लेन में चढ़ने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते लोग।
तालिबान ने दावा किया है कि आज कहीं से भी मौत या हिंसा की खबर नहीं आई है। यानी, अफगानिस्तान में शांति लौट रही है। तालिबान की तरफ से ऐसी तस्वीरें भी जारी की जा रही हैं, जिनमें ये दिखाने की कोशिश हो रही है कि लोग खुश हैं और उनका स्वागत कर रहे हैं।
रविवार को तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के बाद हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लोगों की भीड़ बढ़ गई। तस्वीर में एयरपोर्ट के अंदर घुसने की कोशिश करते लोग।
काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट में घुसने के लिए भागते अफगानी।
काबुल एयरपोर्ट पर सोमवार को अमेरिकी प्लेन से लटककर भागने के दौरान 7 लोगों की गिरकर मौत हो गई। वहीं अमेरिकी सैनिकों ने काबुल एयरपोर्ट पर दो हथियारबंद लोगों को मार गिराया। इन हालातों को देखते हुए सभी सैन्य और कमर्शियल विमानों को रोका दिया गया था, लेकिन 1000 अमेरिकी सैनिकों के पहुंचने पर देर रात एयरपोर्ट फिर से खोल दिया गया। काबुल एयरपोर्ट अभी अमेरिका के ही कब्जे में है। यहां अमेरिकी सैनिक ही उड़ानों का मैनेजमेंट देख रहे हैं।
काबुल एयरपोर्ट की दीवार फांदकर अंदर घुसने की कोशिश करते लोग। यहां पर हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हुए हैं जो भागने के लिए किसी प्लेन में जगह मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
सोमवार को हवा में उड़ते प्लेन से गिरकर 3 लोगों की मौत हो गई। यह मिलिट्री एयरक्राफ्ट था और जानकारी के मुताबिक, लोग इसकी बॉडी पर लटककर यात्रा कर रहे थे।
काबुल एयरपोर्ट के पास लगा ट्रैफिक जाम सैटेलाइट इमेज में देखा गया। यहां पर सड़कों पर कई किमी लंबा जाम लगा।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर बसे शहर चमन के क्रॉसिंग पॉइंट फ्रेंडशिप गेट से गुजरते अफगानी।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीती रात बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में हालात अचानक बदल गए। इसका असर दूसरे देशों पर भी पड़ा है। लेकिन, आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। बाइडेन ने तालिबान को चेतावनी भी दी है कि अगर अमेरिकियों को नुकसान पहुंचाया तो तेजी से जवाब दिया जाएगा।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर बसे शहर चमन के क्रॉसिंग पॉइंट फ्रेंडशिप गेट से गुजरते अफगानी
काबुल एयरपोर्ट पर विमान के ऊपर चढ़े लोग। तालिबान के डर से अफगानी किसी भी तरह देश छोड़कर भागना चाहते हैं। उसके लिए जान की बाजी लगाने को भी तैयार हैं।
अफगानिस्तान के उत्तरी प्रांत में अफगान सेना और तालिबान की जंग से बचकर काबुल आया एक बच्चा। तस्वीर काबुल के पार्क की है
काबुल एयरपोर्ट पर सोमवार को फायरिंग हुई जिसमें 5 लोगों की जान गई और कई लोग घायल हुए। एक घायल व्यक्ति को सुरक्षित जगह ले जाता दूसरा व्यक्ति।
विमान अपनी क्षमता से कहींअधिक लोगों को लेकर जा रहे हैं। सोमवार को एक प्लेन के उड़ान भरते ही उसके ऊपर चढ़े हुए तीन लोग नीचे गिरकर मर गए।