
अमेरिकी सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी मंगलवार यानि 02 अगस्त को मलेशिया से ताइवान के लिए रवाना हो गईं हैं। यात्रा से चीन के साथ अमेरिका का तनाव बढ़ गया। बता दें कि नैंसी पेलोसी इस हफ्ते एशियाई दौरे पर हैं। उनकी यात्रा पर करीब से नजर रखी जा रही है कि कहीं वो ताइवान के दौरे के दौरान चीन की चेतावनियों की अवहेलना करेंगी। ताइवान में स्थानीय मीडिया ने बताया कि वह मंगलवार रात पहुंचेगी। इधर ताइवान सरकार की वेबसाइट डाउन होने से चीन के साइबर अटैक की बातें उठने लगीं हैं।
उधर, रूस ने मंगलवार को संयुक्त राज्य अमेरिका को चेतावनी दी कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा इसे चीन के साथ टकराव के रास्ते पर ले जाएगी और इस क्षेत्र में तनाव को भड़काएगी।
ताइवान के सबसे बड़े राष्ट्रीय समाचार पत्रों के मुताबिक नैंसी पोलोसी ताइवान में रात बिताएंगी। हालांकि ताइवान के विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। ताइवान की राष्ट्रपति सु त्सेंग-चांग ने नैंसी पेलोसी की यात्रा की स्पष्ट रूप से पुष्टि नहीं की, लेकिन मंगलवार को कहा कि किसी भी विदेशी मेहमान और मैत्रीपूर्ण सांसदों का बहुत-बहुत स्वागत है।
बता दें कि चीन ताइवान को अलग देश मानने से इनकार करता है। उसका कहना है कि यदि आवश्यक हो तो सुरक्षा बलों द्वारा ताइवान पर कब्जा कर लिया जाएगा। नैंसी पेलोसी की दौरे पर उसने बार-बार जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। चीन ने साफ तौर पर कहा है कि उसकी सेना कभी भी आलस्य से नहीं बैठेगी।
इसी बीच ताइवान पर साइबर अटैक की खबरें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि ताइवान सरकार की वेबसाइट डाउन हो गई है। बताया जा रहा है कि इस हमले के पीछे चीन का हाथ हो सकता है। चीन इस वक्त पर अमेरिका और ताइवान से मुंह बनाए बैठा है। नैन्सी पोलोसी का ताइवान दौरा मामले में आग में घी डालने का काम कर रहा है।