
भारत में जहरीले भाषण देने और आंतकवाद जन्म देने वाले जाकिर नाइक को कतर सरकार ने फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान इस्लामिक उपदेश देने के लिए बुलाया है। गिरफ्तारी के डर से नाइक भारत से फरार होने के बाद इंडोनेशिया जाकर अपना संगठन चलाने लगा।
वह वहीं से पूरी दुनिया में कट्टरवादी संगठनों को ऑपरेट कर रहा है। अब वह फीफा पहुंच कर इस्लामिक प्रचार करेगा, फुटबॉल फैंस को उपदेश देगा।
फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन पहली बार किसी मुस्लिम देश (कतर) में हो रहा है। ये फीफा उसी कतर में हो रहा है जो हमेशा से ही आतंकी सोच को बढ़ावा देता रहा है। इस बार कतर ने फुटबॉल फैंस को उपदेश देने के लिए कट्टरवादी जाकिर नाइक को बुलाया है।
इससे पहले भी विवादित भारतीय चित्रकार एमएफ हुसैन को शरण कतर ने ही दी थी। यही नहीं नूपुर शर्मा विवाद में भी कतर विरोध जताने वाले देशों का स्वयंभू नेतृत्व कर रहा था। कुछ दिन पहले कतर सरकार ने 558 फुटबॉल फैंस के इस्लाम कबूल करने का प्रचार भी किया था।
जुलाई 2016 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 5 आतंकियों ने एक हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 29 लोग मारे गए। इस घटना की जांच में जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया उनमें से एक ने बताया था कि वो जाकिर नाइक के भाषणों से प्रभावित है।
मुंबई पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने जब मामले की जांच की तो नाइक का NGO आतंकी गतिविधियों में शामिल पाया गया। इसके बाद जाकिर नाइक के NGO पर UAPA के तहत बैन लगा दिया गया। गिरफ्तारी के डर से 2016 में ही जाकिर नाइक भारत छोड़ भाग गया था।