डेस्क न्यूज – दिल्ली में इजरायल दूतावास के बाहर जो ब्लास्ट हुआ था उसकी जांच को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को सौंप दिया गया है।
ब्लास्ट केस की जांच को गृह मंत्रालय ने NIA को सौंपा है ऐसा कहा गया है।
बता दें कि इसकी चर्चा पहले से भी चल रही थी।
इस विस्फोट का असर स्थल के 20 से 25 मीटर के दायरे में महसूस किया गया था,
हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था।
हालांकि, इस हमले को भारत एक आतंकी हमले की तरह देखकर जांच में जुटा है।
इजरायल ने भी भारत पर भरोसा जताया था।
‘बीटिंग रीट्रिट’ कार्यक्रम से कुछ ही दूरी पर हुआ था ब्लास्ट
यह धमाका 29 जनवरी को हुआ था। यह विस्फोट उस समय हुआ था, जब वहां से कुछ किलोमीटर दूर गणतंत्र दिवस समारोहों के समापन के तौर पर होने वाला ‘बीटिंग रीट्रिट’ कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौजूद थे। यह विस्फोट जिस दिन हुआ, उस दिन भारत और इजराइल के कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की 29वीं वर्षगांठ थी।
अबतक दिल्ली पुलिस कर रही थी जांच
बता दें कि अबतक दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम इसकी जांच में जुटी थी। विस्फोट के संबंध में ईरान के नागरिकों समेत कुछ लोगों से पूछताछ की गई थी। पता चला था कि एनएसजी के राष्ट्रीय बम डाटा केन्द्र (एनबीडीसी) की एक टीम ने धमाके के बाद घटनास्थल का निरीक्षण किया था।
विस्फोट स्थल पर जांचकर्ताओं को इजराइली दूतावास का पता लिखा एक लिफाफा मिला था। इससे कथित रूप से यह पता चला था कि घटना का संबंध किसी ईरानी से है। इससे पहले, दिन में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के जांच दल ने घटनास्थल का दौरा कर और सबूत एकत्रित किए।
मोबाइल कॉल की कर रह जांच
इजराइली दूतावास के निकट शुक्रवार की शाम हुए कम तीव्रता के धमाके के सिलसिले में जांचकर्ता मोबाइल कॉल के हटाए जा चुके डाटा (डंप डाटा), इंटरनेट कॉल, निकटवर्ती होटलों के सीसीटीवी फुटेज और कैब सेवा का इस्तेमाल करने वालों की व्यापक जांच कर रहे हैं।