प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विरोधियों पर लगाया बेइमानी का आरोप, इजरायल में राजनीतिक हिंसा की आंशका : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चुनावों के दौरान धांधली होने का आरोप लगाते हुए कहा कि विरोधियों ने उनकी कुर्सी ईमानदारी से नहीं छीनी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इतिहास में सबसे बड़ी चुनावी धांधली हुई है। रविवार को नवगठित गठबंधन सिर्फ उन्हें सत्ता से बेदखल करने के लिए बनाया गया है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विरोधियों पर लगाया बेइमानी का आरोप, इजरायल में राजनीतिक हिंसा की आंशका : उन्होंने बेईमानी के आरोप तब लगाए हैं जब इजरायल के आंतरिक सुरक्षा प्रमुख एक दिन पहले ही कह चुके हैं कि राजनीतिक हिंसा हो सकती है।
नेतन्याहू ने अपने आरोपों को चुनावी अभियान के वायदे को तोड़ने वाले और उनकी जगह प्रधानमंत्री बनने के लिए लालायित राष्ट्रवादी नेता नफ्तली बेनेट तक ही सीमित रखा है।
नेतन्याहू के खिलाफ रिश्वत लेने, धोखाधड़ी करने और विश्वासघात करने के तीन मामले हैं। इनमें पहला मामला हालीवुड फिल्म निर्माता आर्नन मिलचन और आस्ट्रेलियाई अरबपति जेम्स पैकर समेत अपने कई अमीर दोस्तों से लाखों डालर के तोहफे लेने से जुड़ा है।
दूसरे मामले में नेतन्याहू पर उनकी सरकार का पक्ष लेने वाले छोटे अखबार के वितरण पर रोक लगाने के बदले में इजरायल के बड़े अखबार में सकारात्मक कवरेज कराने का प्रयास करने का आरोप है।
बता दें कि नेतन्याहू सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले इजराइली प्रधानमंत्री हैं और उन्होंने राष्ट्र के संस्थापक डेविड बेन गुरियन का रिकॉर्ड तोड़ा है। वह 2009 से इस पद पर हैं और वह 1996 से 1999 में भी एक बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
खास बात यह है कि नेतन्याहू को पद से हटाने के लिये एकजुट हुए लोगों में से एक तिहाई पूर्व में उनके करीबी सहयोगियों के तौर पर काम भी कर चुके हैं।