सिर्फ सरकार की ज़िम्मेदारी गरीबों की मदद करना नहीं, यह हमारा भी फर्ज़: उमर अब्दुल्ला

3 मई तक लॉकडाउन बढ़ने पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि यह अनचाहा लेकिन ज़रूरी था और अब सबको प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए ताकी इसे और आगे न बढ़ाना पड़े।
सिर्फ सरकार की ज़िम्मेदारी गरीबों की मदद करना नहीं, यह हमारा भी फर्ज़: उमर अब्दुल्ला

डेस्क न्यूज़ नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न खतरे के मद्देनजर लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने का फैसला जरूरी कदम था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की घोषणा करने के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ''हम में से कोई नहीं चाहता था कि बंद की अवधि तीन मई तक बढ़ाई जाए लेकिन कोविड-19 के कारण हम जिस खतरे का सामना कर रहे हैं, यह जरूरी है। मई में बंद की अवधि और बढ़ाए जाने से बचने के लिए अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए हम जो कुछ कर सकते हैं वह करना चाहिए।''

अब्दुल्ला ने लोगों से इस मुश्किल वक्त में गरीबों की और समाज के कमजोर वर्गों की मदद करने की भी अपील की।

उन्होंने कहा, "हम गरीब लोगों और समाज के कमजोर वर्ग के लोगों को इस संकट के वक्त से उबारने के लिए जो कुछ कर सकते हैं, वह करने के लिए देनदार हैं, चाहे आर्थिक रूप से या अन्य किसी तरीके से। सरकार इसमें पहल कर सकती है लेकिन यह सिर्फ उसकी जिम्मेदारी नहीं है।"

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