शाहीन बाग में प्रदर्शन करने वाली जामिया की छात्रा निकली प्रेग्नेंट

जेल में सफुरा की तबीयत खराब हुई तो वहां प्रशासन इनको मेडिकल चेकअप के लिए ले जाने लगा लेकिन सफुरा जरगर लगातार चेकअप के लिए इनकार करती रही, और इसके बजाय वह अपनी जमानत का प्रयास करती रही,
शाहीन बाग में प्रदर्शन करने वाली जामिया की छात्रा निकली प्रेग्नेंट

न्यूज़ –  शाहीन बाग में रोज आकर भीड़ को भड़काने वाली और इन्हीं भीड़ को इकट्ठा करने वालों में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाली सफुरा जरगर को गिरफ्तार करके दिल्ली पुलिस ने तिहाड़ जेल भेज दिया है।

जेल में सफुरा की तबीयत खराब हुई तो वहां प्रशासन इनको मेडिकल चेकअप के लिए ले जाने लगा लेकिन सफुरा जरगर लगातार चेकअप के लिए इनकार करती रही, और इसके बजाय वह अपनी जमानत का प्रयास करती रही,

लेकिन जेल के नियमों के अनुसार यदि किसी कैदी की तबीयत खराब होती है तो उसका मेडिकल चेकअप कराना जरूरी होता है और मेडिकल चेकअप में सफुरा जरगर 2 महीने की गर्भवती निकली यानी कि देखा जाए सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में हुए प्रदर्शन के दौरान ही वह प्रेग्नेंट हुई है।

यह वाकई ही आश्चर्यजनक बात है कि सफुरा जरगर अभी छात्रा है और जामिया में पढाई कर रही है, और वह शादीशुदा भी नहीं है यानी कि जो सब कहते थे कि शाहीन बाग अय्याशी का अड्डा बन गया है वह अब जाकर सही साबित हुआ,

पूरा मामला सामने आने के बाद उनके समर्थक कह रहे हैं कि सफुरा जरगर की तो सगाई हो गई थी और अपने होने वाले पति के साथ लिव-इन में रहती थी, लेकिन अभी इस बात का पता नहीं लग पाया है कि सफुरा जरगर का होने वाला पति आखिर है कौन… और किस नामुराद शख्स ने इस घटना को अंजाम दिया है

दिल्ली में हुए हिंदू विरोधी हिंसा में चरमपंथी और कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने जामिया के 2 छात्रों को इस संबंध में गिरफ्तार किया , एक का नाम मिरान हैदर और दूसरे का नाम सफुरा जरगर है, 35 वर्षीय मीरान हैदर राष्ट्रीय जनता दल(राजद) की छात्र इकाई का सदस्य  है और जामिया से पीएचडी कर रहा है, जबकि सफुरा जरगर जामिया को ऑर्डिनेशन कमेटी की मीडिया प्रभारी और छात्रा है।

दोनों पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे के दौरान उसके 24 फरवरी को चांदबाग में दंगाइयों के साथ होने और सांप्रदायिकता हिंसा भड़काने की साजिश रचने के आरोप है। भी ठोस जानकारी मिली है। जिसके कारण उन पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम यानी यूपीए के तहत मामला दर्ज किया है

सफुरा दो माह की गर्भवती है। इसलिए उसका विशेष ध्यान रखने के साथ ही अलग सेल भी दिया गया है। यहां सहरी व इफ्तार के लिए भी जेल प्रशासन की ओर से इंतजाम किए गए हैं। जेल प्रशासन ने रमजान के महीने में उसे दिक्कत न आए इसकी व्यवस्था की है।

हालांकि अब इस पर जमकर राजनीति शुरू हो गई है कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने सफूरा जरगर को एक्टिविस्ट बताते हुए ट्वीट किया था कि वो प्रेगनेंसी के दौरान और रमजान के महीने में जेल में हैं जबकि कपिल मिश्रा जैसे 'घृणा फैलाने वाले लोग' खुले घूम रहे हैं। उन्होंने लिखा था कि भारत में मुस्लिम होना ही अपराध है, सरकार को कुछ तो शर्म करना चाहिए। सलमान निजामी सहित अन्य इस्लामी कट्टरपंथियों ने भी सफूरा जरगर को जेल से रिहा करने की माँग की थी।

इस पर कपिल मिश्रा ने कहा 'मेरे भाषण को सफुरा जरगर की प्रेंग्नेंसी सेना जोडें, यह उस तरह से काम नहीं करता है।

वही डॉक्टर जेली ने पूछा था कि उन्होंने बिना कंडोम का प्रयोग किए सेक्स किया ही क्यों? इसके बाद से जेली के इनबॉक्स में गालियों की बौछार हो गई है। बस इसके बाद खेल शुरू हुआ। उनके इनबॉक्स में इस्लामी कट्टरपंथी घुस आए और उन्हें गालियां देने लगे।

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