न्यूज़– झारखंड के गिरिडीह जिले के परसन ओपी क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां, एक महिला ने तीन मासून बच्चों को जिंदा जलाकर मार डाला। इस दौरान आरोपित महिला भी बुरी तरह से झुलस गई। हालांकि इलाज के दौरान महिला की भी मौत हो गई। वहीं घटना के बाद से गांव में मातम पसर गया है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। बताया जा रहा है कि घर में दूध के विवाद में महिला ने इस नृशंस घटना को अंजाम दिया है।
खुर्द गांव में मंगलवार की सुबह करीब 8 बजे एक महिला ने अपने दो मासूम बच्चों को बक्से में बंद कर आग लगाकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद खुद एक बेटे के साथ रजाई में बंद कर आग लगा ली। महिला व उसके बेटे की हालत गंभीर थी। घटना की सूचना मिलने पर परसन ओपी प्रभारी रामाशंकर उपाध्याय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने गंभीर रूप से झुलसे मां-बेटे को राधनवार सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया।
जांच के बाद डॉक्टर ने तीसरे बच्चे को भी मृत घोषित कर दिया। पुरे खुर्द गांव के रहने वाले रवींद्र यादव की पत्नी सोनिया देवी ने इस घटना को अंजाम दिया है। घटना की वजह पूछने पर गांव का कोई भी व्यक्ति तैयार नहीं है। ओपी प्रभारी रामाशंकर उपाध्याय ने बताया कि घटना का कारण क्या है, यह फिलहाल पता नहीं चल सका है। सुबह गोहाल की सफाई करने के बाद सोनिया अपने नए घर का दरवाजा अंदर से बंद कर ली।
इसके बाद उसने अपने पांच साल की बेटी सुमन और डेढ़ साल के एक बेटे को एक बक्से में बंद कर दिया। दोनों मासूम अभी कुछ समझ पाते इसके पहले ही मां सोनिया ने किरासन तेल छिड़ककर बक्से में आग लगा दी। इसी दौरान उसने रजाई में किरासन तेल छिड़कर अपने आठ साल के बेटे दिलीप यादव को अपने संग उस रजाई से लपेटकर आग लगा ली। बालक दिलीप जान बचाने की कोशिश करता रहा लेकिन इस मां का दिल नहीं पिघला।
इस बीच आग का धुआं एवं बालक की चीख सुनकर बगल में स्थित पुराने घर से लोग दौड़े। दरवाजे को तोड़कर लोग अंदर घुसे। दोनों मासूमों को बक्से से बाहर निकाला। दोनों की मौत हो चुकी थी। इधर सोनिया देवी एवं उसके बड़े बेटे दिलीप यादव बुरी तरह से झुलसे हुए थे। सूचना पाकर सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप यादव भी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने परसन ओपी पुलिस को घटना की जानकारी दी।