डेस्क न्यूज़- कर्नाटक से बीजेपी विधायक श्रीमंत बालासाहेब पाटिल ने रविवार को बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा है कि कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिरने से पहले उन्हें कांग्रेस छोड़ने और भाजपा में शामिल होने के लिए पैसे की पेशकश की गई थी।
पाटिल ने कहा, मैं बिना पैसे के बीजेपी में शामिल हुआ हूं, मुझे पार्टी में शामिल होने के लिए पैसे की पेशकश की गई थी, मैं जितना चाहता था उतना मांग सकता था, मैंने पैसे नहीं मांगे, मैंने उनसे लोगों की सेवा के लिए मुझे मंत्री पद देने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि मौजूदा सरकार में मुझे मंत्री पद क्यों नहीं दिया गया, लेकिन मुझसे वादा किया गया है कि अगले विस्तार में मुझे मंत्री का पद मिलेगा, मैंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से बात की।
श्रीमंत बालासाहेब पाटिल कर्नाटक के कागवाड़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, उनका कांग्रेस से नाता रहा है, लेकिन जुलाई 2019 में उन्होंने पार्टियां बदल लीं, वह उन 16 विधायकों में से एक थे, जो कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) से भाजपा में शामिल हुए थे, जिसके कारण तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिर गई थी।
कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार बनने के बाद उन्हें मंत्री पद दिया गया था, हालांकि, बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफा देने और बसवराज बोम्मई के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें कैबिनेट से हटा दिया गया था, बता दें कि कर्नाटक विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया है, माना जा रहा है कि कांग्रेस और जेडीएस के सदस्य सदन में इस मुद्दे को उठा सकते हैं।