लखीमपुर हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिले कानून मंत्री , दिया सख्त करवाई का भरोसा

लखीमपुर खीरी: सूबे के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक बुधवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे, जहां उन्होंने तिकोनियां हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान हिंसा में मारे गए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के वाहन चालक के घर भी पहुंचे, जहां उन्होंने मृतक चालक के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
लखीमपुर हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिले कानून मंत्री , दिया सख्त करवाई का भरोसा
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लखीमपुर खीरी: सूबे के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक बुधवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे, जहां उन्होंने तिकोनियां हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान हिंसा में मारे गए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के वाहन चालक के घर भी पहुंचे, जहां उन्होंने मृतक चालक के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया। इसके अलावा वे उक्त घटना में मारे गए अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों से भी मिले। वहीं, मंत्री को अपने घर पर पाकर भाजपा कर्मियों के परिजन फूट-फूटकर रोने लगे व न्याय की मांग करते दिखे।

एक तरफ़ा कारवाई से नाराज लोगों का गुस्सा सड़क पर उतरने लगा है

बता दें कि तिकुनिया कांड में हुई एक पक्षीय कार्रवाई को लेकर लोगों का गुस्सा अब सड़क पर उतरने लगा है। इसी कड़ी में मंगलवार की शाम हजारों की संख्या में प्रबुद्ध वर्ग के लोग अपने हाथों में कैंडल लेकर निकले और अशोक चौराहा आकर तिकुनिया कांड में मारे गए शुभम मिश्रा, हरिओम मिश्रा, श्यामसुंदर निषाद और पत्रकार रमन कश्यप के हत्यारों को फांसी दिलाने की मांग किए।

कानून मंत्री ने दिया भरोसा सख्त करवाई का

वहीं, इस घटना के बाद से ही सूबे की सियासत पूरी तरह से गरमा गई है और इसका असर साफ देखने को मिल रहा है। यही कारण है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं सूबे के कानून मंत्री यहां मृतकों के परिजनों से मुलाकात को आए और बिलखते परिजनों को ढांढस बंधाने के साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही।

बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा में चार किसान, एक पत्रकार और तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हुई थी। जिसमे प्रमुख रूप से किसानो की मौत देशव्यापी चर्चा का विषय बना , लेकिन जिन बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत पीट पीट कर मोब्लिचिंग से हुई थी उस पर न कोई बात हुई न ही किसी तरह की न्याय को लेकर मांग उठी थी।

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