आज जेल से मन्नत जा सकता है आर्यन, जमानत के बाद शाहरुख की आंखों में दिखे खुशी के आंसू

आर्यन को जमानत मिलने के बाद वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि जब शाहरुख खान मुझसे मिलने आए तो उनकी आंखों में आंसू थे, लेकिन अब ये आंसू खुशी के हैं। अब उन्हें सुकून मिल गया है। आर्यन अब शाहरुख के बर्थडे (2 नवंबर) पर परिवार के साथ रहेंगा और घर पर दिवाली भी मना सकेंगा।
आज जेल से मन्नत जा सकता है आर्यन, जमानत के बाद शाहरुख की आंखों में दिखे खुशी के आंसू
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डेस्क न्यूज़- मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद आर्यन खान के लिए देश के दिग्गज वकील मुकुल रोहतगी की मदद लेने का शाहरुख का फैसला सही साबित हुआ। निचली अदालत द्वारा दो बार उनकी जमानत अर्जी खारिज होने के बाद आर्यन को गुरुवार शाम बॉम्बे हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। हालांकि, फैसला शाम को आया, इसलिए आर्यन को रिहा नहीं किया जा सका। आज माना जा रहा है कि आर्यन कागजी कार्रवाई पूरी होते ही जेल से बाहर आ जाएगा और 26 दिन बाद वह 'मन्नत' यानी अपने घर में कदम रखेगा।

शाहरुख की आंख में खुशी के आंसू

आर्यन को जमानत मिलने के बाद वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि जब शाहरुख खान मुझसे मिलने आए तो उनकी आंखों में आंसू थे, लेकिन अब ये आंसू खुशी के हैं। अब उन्हें सुकून मिल गया है। आर्यन अब शाहरुख के बर्थडे (2 नवंबर) पर परिवार के साथ रहेंगा और घर पर दिवाली भी मना सकेंगा। जेल सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को आर्यन को शाम 6 बजे खाना खाते समय बेल होने की सूचना मिली थी। इस जानकारी के बाद वह काफी खुश नजर आया। गुरुवार की रात उसे नींद नहीं आई। रात भर वह घूमता रहा। वे बहुत खुश लग रहा था। जानकारी के मुताबिक आज सुबह यानि शुक्रवार को भी रोल कॉल अटेंडेंस के वक्त आर्यन खान खुश नजर आया। उसे अपने साथी कैदियों से बात करते भी देखा गया।

कागजी कार्यवाही पुरी हुई तो 5:30 बजे तक रिहा होगा आर्यन

जानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट आज विस्तृत आदेश की कॉपी जारी कर सकता है। आदेश की प्रति सत्र न्यायालय में जाएगी। इसके बाद वहां जमानत बांड भरा जाएगा। अगर यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद जमानत आदेश की प्रमाणित प्रति आज शाम साढ़े पांच बजे तक आर्थर रोड जेल पहुंच जाती है तो आर्यन खान आज रिहा होकर अपने घर मन्नत चला जाएंगा, नहीं तो उसे एक दिन और इंतजार करना होगा।

आदेश की प्रति के लिए तीन बार खुलता हैं बॉक्स

जेल अधिकारियों के मुताबिक जमानत पेटी में कोर्ट के आदेश की कॉपी आने के बाद कैदी को कानूनी प्रक्रिया के तहत रिहा कर दिया जाता है। बॉक्स तीन बार खोला जाता है। सुबह 10:30 बजे, दोपहर 3:30 बजे और शाम 5:30 बजे। उसे यह जेल कॉपी शाम साढ़े पांच बजे तक मिलती है, तभी वह उस दिन कैदी को रिहा करता है, नहीं तो दूसरे दिन ही उसे जमानत मिल जाती है।

कैदी को रिहा करने की प्रक्रिया

जमानत आदेश की प्रमाणित प्रति मिलने के बाद कैदी को कार्यालय बुलाया जाता है। फिर जमानत का आदेश पाने वाले सभी कैदियों को जेल के अंदर बुलाया जाता है। उसके बाद सभी बंदियों को एक-एक करके कार्यालय के गेट पर लाया जाता है। सभी को गेट पर बिठाया जाता हैं। उसके बाद फिर से सबके नाम और पिता के नाम पर हाजिरी ली जाती है। फिर एक-एक करके ऑफिस के अंदर ले जाया जाता है। फिर कैदियों को उनके कपड़े खुलवाकर उसके शरीर पर तिल या निशान की जांच की जाती है, जो उनके जेल में आने के समय नोट किया गया था। दो अधिकारियों के साथ जेलर खुद इसकी जांच करता है।

फिर कैदी से उसका नाम, पता, फोन नंबर पूछा जाता है, जो उसने जेल आते समय बताया था। फिर उनसे उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा जाता है। रिहाई के दिन उसने क्या खाया या उसकी दिनचर्या क्या थी, उसने स्नान किया या नहीं, यह सब भी नोट किया जाता है। कैदी का वजन भी किया जाता है कि वह कब आया और कब गया।

कैदी के साथ होता है सेशन

फिर कैदी के साथ 5 मिनट का छोटा सत्र होता है। जिसमें कैदी को सलाह दी जाती है कि वह दोबारा ऐसा काम न करे कि उसे जेल आना पड़े। वह बाहर जाकर एक अच्छा इंसान बने। उन्हें जरूरतमंदों की मदद करने की सलाह दी जाती हैं, दूसरों को प्रेरित और सकारात्मक संदेश देने को कहा जाता हैं ताकि कोई और जेल न आए। उसे अपने ईश्वर को धन्यवाद देने के लिए कहा जाता है, जिस पर वह विश्वास करता है और उससे प्रार्थना करता है कि वह उसे जीवन में अच्छा करने का मार्ग दिखाए।

ऐसे किया जाता है रिहा

फिर कैदी से पूछा जाता है कि क्या उसके परिवार से कोई उसे लेने आएगा, जाने का कोई साधन है या नहीं। अगर वह नहीं कहता है, तो उसे ट्रेन और बस के लिए मुफ्त पास दिया जाता है। उसके बाद कैदी के कपड़े और सामान वापस कर दिया जाता है। उसके मनीआर्डर का जो पैसा बचा है उसे भी वापस कर दिया जाता है। जेल अधिकारियों के मुताबिक इस प्रक्रिया में एक से दो घंटे का समय लगता है।

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