डेस्क न्यूज़- भरतपुर के कांदौली गांव में एक घर में खड़ी कार में तीन हंसती-खेलती मासूम बच्चियों की मौत हो गई। ये तीनों लड़कियां अपनी मां के साथ वहां हो रहे सत्संग में शामिल होने आई थीं। जब मांएं सत्संग सुनने के लिए गईं, तो तीनों लड़कियाँ वहाँ खड़ी एक कार में जा बैठीं। अचानक कार का दरवाजा बंद हो गया। इसके कारण तीनों लड़कियों का दम घुटने लगा। तीनों बच्चियां चील्लाई लेकिन वहां हो रहे सत्संग का आवाज तेज होने के कारण उनकी चीख-पुकार कोई नही सुन सका। जब उनकी माताओं ने उनकी तलाश शुरू की, तो उन्होंने कार में तीनों बच्चियों को बेहोश पाया। उसे तुरंत नजदीकी सीएचसी ले जाया गया लेकिन डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
इन तीन लड़कियों में 6 साल की हिना पुत्री
रामबाबू, साढ़े 5 साल की वैष्णवी पुत्री लक्ष्मण और 5
साल की पीहू पुत्री कैलाश शामिल है। जहाँ सत्संग हो
रहा था वहां यह घटना घटी और तीनों लड़कियाँ
अपनी-अपनी माँ के साथ वहाँ आईं थी। सत्संग शुरू होते ही तीनों माताएँ उसमें शामिल हो गईं। इसी दौरान तीनों लड़कियां खेलते हुए कार में चली गईं। दरवाजा खोलकर वह कार के अंदर बैठी और दरवाजा बंद कर लिया। ऑटोमैटिक लॉक होने के कारण वह बाहर नहीं निकल पाई।
दूसरी ओर, सत्संग की आवाज के कारण, कोई भी लड़कियों के चीखने-चिल्लाने की आवाज़ नहीं सुन सकता था। बाद में जब परिवार को इस घटना के बारे में पता चला, तो उन्हें जल्दी में रूपवास शहर के सीएचसी ले जाया गया। वहां के डॉक्टरों ने तीनों लड़कियों को मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही रूपवास पुलिस अधिकारी भोजाराम मय जाब्ता ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। घटना के बाद, परिवार ने तीनों लड़कियों का अंतिम संस्कार किया।