राजस्थान के महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में अब प्री-प्राइमरी कक्षाएं लगेंगी। ऐसा करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को इसके आदेश जारी किए हैं।
प्री-प्राइमरी कक्षाओं की अवधि 3 वर्ष की होगी। इसमें नर्सरी, केजी वन और केजी टू होगा। इन कक्षाओं में 3 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। प्रत्येक खंड में छात्रों की संख्या 25 होगी और उन्हें पढ़ने वाले शिक्षकों का चयन स्तर 1 के शिक्षकों में से वॉक इन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में इसकी घोषणा की थी। इसमें राज्य के अंग्रेजी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने का वादा किया गया था। ऐसे में मुख्यमंत्री के वादे को पूरा करते हुए इसी सत्र से स्कूलों में छात्रों का प्रवेश शुरू हो जाएगा। इससे न केवल शिक्षा के स्तर में सुधार होगा बल्कि राजस्थान के शैक्षिक वातावरण में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा भी पैदा होगी। इसका सीधा फायदा अभिभावकों और छात्रों को मिलेगा।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि RSCERT द्वारा प्री-प्राइमरी कक्षाओं में विशेष रूप से तैयार पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। इसके साथ ही दिन में 4 घंटे और सप्ताह में पांच दिन कक्षाएं संचालित की जाएंगी। जिसका संचालन महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल के वर्तमान भवन में किया जाएगा। वहीं, अतिरिक्त क्लास रूम की जरूरत पड़ने पर स्कूलों में अलग से भवन का निर्माण करवाया जाएगा। राजस्थान वर्तमान में अंग्रेजी माध्यम में सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं संचालित करने वाला देश का एकमात्र राज्य बन गया है।