राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा बुधवार को RAS-2021 प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में राज्य सेवा में 363 और अधीनस्थ सेवाओं में 625 पदों पर भर्ती के लिए देश भर से 6 लाख 48 हजार उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था। लेकिन परीक्षा में 49.37 प्रतिशत परीक्षार्थी शामिल हुए। इस परीक्षा में 3 लाख 20 हजार उम्मीदवार शामिल हुए थे। इसमें 3 लाख 28 हजार 147 अनुपस्थित रहे।
परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई। रीट और सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में धांधली के बाद RPSC पूरी तरह सतर्क हो गया है। राज्य भर के परीक्षा केंद्रों पर मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने दिया गया। इसके साथ ही राज्य के संदिग्ध परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। जहां संदिग्ध छात्रों की विशेष निगरानी की भी व्यवस्था की गई थी। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों, उड़नदस्ते, प्रेक्षक, केंद्र अधीक्षक और आंतरिक सतर्कता टीम के साथ एक विशेष निगरानी दल का गठन किया गया था।
राजस्थान में बुधवार को आयोजित हुई आरएएस भर्ती परीक्षा के उम्मीदवार राज्य भर में रोडवेज बसों में 4 दिनों तक मुफ्त यात्रा कर सकेंगे। इसके तहत उम्मीदवार 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगे। राजस्थान रोडवेज ने आदेश जारी किया था की परीक्षा शुरू होने के दो दिन पहले और पेपर खत्म होने के एक दिन बाद छात्र परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं। इस दौरान गांव या शहर से परीक्षा केंद्र और वापस जाने के लिए सीधी बस सेवा उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में अभ्यर्थी एक से अधिक कनेक्टिंग बस का उपयोग कर सकेंगे। मुफ्त यात्रा के लिए उम्मीदवार को अपना प्रवेश पत्र और मूल दस्तावेज दिखाने होंगे।
राजस्थान में बुधवार को हुई आरएएस भर्ती परीक्षा शुरू होने से पहले ही सरकार ने जयपुर समेत राज्य भर के ज्यादातर जिलों में परीक्षा के दौरान इंटरनेट पर रोक लगा दी थी। ऐसे में कई जिलों में सुबह छह बजे से और कुछ जिलों में सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक इंटरनेट बंद रहा। इस दौरान लीज लाइन को छोड़कर सभी इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। राज्य के शहरों में दोपहर 1 बजे के बाद इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई।
आरएएस भर्ती परीक्षा के लिए सर्वाधिक 259 परीक्षा केंद्र जयपुर में स्थापित किए गए। जहां 52 हजार 962 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा के लिए जिला व अनुमंडल स्तर पर केंद्र बनाए गए थे। जहां आरपीएससी के साथ जिला प्रशासन और पुलिस के जवान भी तैनात किए गए। वहीं, राज्य में सबसे कम 13 परीक्षा केंद्र धौलपुर में थे।