कोरोना के कारण माता-पिता या कमाने वाला सदस्य खोने वाले परिवारों के बच्चों की शिक्षा के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अब ऐसे परिवारों की विवाह योग्य बेटियों के विवाह का भी बीड़ा उठाया है. बिरला ने गुरूवार को कोटा देहात व बूंदी के प्रबुद्धजन और सामाजिक कार्यकर्ता के साथ वुर्चअल संवाद में कहा कि ऐेसी बेटियों का कन्यादान जनसहयोग से समाज करेगा. वर्चुअल संवाद के दौरान एक सामाजिक कार्यकर्ता ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से कहा कि इन परिवारों की विवाह योग्य बेटियों के बारे में भी विचार करना होगा.
यह सुनकर बिरला ने कहा कि यह बेटियां भी अब हमारी जिम्मेदारी हैं. हम
मिलकर इनका विवाह करवाएंगे. विवाह समारोह की व्यवस्थाओें में कोई
कमी नहीं आने देंगे. इन बेटियों को विवाह के बाद भी माता-पिता की कमी
महसूस नहीं होने दी जाएगी.
वर्चुअल कांफ्रेंस के दौरान बिरला ने प्रबुद्धजनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से कहा कि
''वसुधैव कुटुंकम'' की भावना के साथ हमें इन परिवारों का न सिर्फ ध्यान रखना है
बल्कि ऐसे परिवारों की सहायता के लिए लम्बी अवधि की कार्ययोजना भी तैयार करनी है.
बिरला ने कहा कि हमें इन परिवारों के बच्चों की शिक्षा की चिंता करनी है. हमने उनकी निशुल्क स्कूली शिक्षा की व्यवस्था की है. जो बच्चे इंजीनियरिंग या मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं उनके लिए निशुल्क कोचिंग का भी प्रावधान किया है.
उन्होंने कहा कि हम इन परिवारों के बड़े सदस्यों को कौशल विकास विभाग से प्रशिक्षण दिलाकर तथा बैंक से लोन की व्यवस्था कर उनको अपने पैरों पर खड़ा कर आत्मनिर्भर बनाने में भी सहायता करेंगे. इसके लिए प्रबुद्धजन और सामाजिक कार्यकर्ता अपने आसपास के ऐसे परिवारों को चिन्हित और सूचीबद्ध कर उनके कार्यालय को उपलब्ध करवाएं.
बिरला ने कहा कि कोविड के केसों में कमी आई है, लेकिन इसका खतरा अभी टला नहीं है. हमें किसी भ्रम में नहीं रहकर सजगता और सतर्कता बरतनी है. कोविड गाइडलाइंस की पालना करनी है और डबल मास्क पहनना है. उन्होंने चेताया कि यदि हमने लापरवाही बरती तो कोरोना का संक्रमण एक बार फिर फैल सकता है.
वर्चुअल कांफ्रेंस के दौरान लोगों ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला को ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के बारे में बताया. बिरला ने कहा कि वे इस विषय में चिंतित हैं. उनकी कोटा में इस बारे में डाक्टरों से विस्तार से उपचार सुविधाओं को लेकर चर्चा हुई है. केंद्र सरकार भी इसके उपचार में आने वाले इंजेक्शनों के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है. जल्द ही इंजेक्शन उपलब्ध हो जाएंगे. उन्होंने प्रबुद्धजन व सामाजिक कार्यकर्ता से कहा कि ब्लैक फंगस को कोई भी मामला जानकारी में आने पर उनके कैंप कार्यालय से संपर्क करें. रोगी की कोटा के अस्पताल में उपचार की सारी व्यवस्था की जाएगी.
बिरला ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों का अभाव एक बड़ी समस्या है. कोविड के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को उपचार के लिए कोटा या अन्य बड़े अस्पताल तक पहुंचने में काफी परेशानी उठानी पड़ी. यदि हर पीएचसी पर एंबुलेंस होती तो यह स्थिति नहीं आती. उन्होंने कहा कि वे विधायकों के साथ चर्चा कर हर पीएचसी पर एंबुलेंस की व्यवस्था का प्रयास करेंगे.