कोरोना का कोहराम : मध्य प्रदेश के देवास जिले में एक परिवार पर कोरोना कहर बनकर टूटा है।
18 दिन के अंदर परिवार पूरी तरह से उजड़ गया।
कोरोना से बीते 18 दिनों में परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई।
वहीं घर की एक बहू ने सदमे में फांसी लगा ली है। उसके बाद परिवार में सिर्फ एक बुजुर्ग और मासूम बच्चे बचे हैं। रविवार को परिवार की बड़ी बहू का निधन हो गया है।
कोरोना का कोहराम : दरअसल, देवास के मैनाश्री नगर में रहने वाले बालकिशन गर्ग के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा। सबसे पहले उनकी पत्नी चंद्रकला देवी का निधन कोरोना से हुआ था। 19 अप्रैल को बड़े बेटे संजय गर्ग और उसके बाद 20 अप्रैल को छोटे बेटे स्वप्नेश गर्ग का कोरोना से निधन हो गया।
पत्नी और दो बेटों के निधन से बालकिशन गर्ग टूट गए। परिवार पर आई आफत को घर की छोटी बहू रेखा गर्ग बर्दाश्त नहीं कर पाई। उसने 21 अप्रैल को सदमे में अपनी जान दे दी। परिवार में बुजुर्ग बालकिशन गर्ग और बड़ी बहू रितु बची थी। साथ में चार छोटे-छोटे बच्चे बचे हैं।
बताया जाता है कि इस दौरान बड़ी बहू रितु गर्ग भी कोरोना संक्रमित हो गई। इसके बाद उन्हें इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। उसके बाद उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली।
परिवार में अब केवल बालकिशन गर्द और दोनों बेटों के चार छोटे-छोटे बच्चे ही बचे हैं। सभी महिला सदस्यों को कोरोना ने लील लिया है।