महाराष्ट्र में इस फॉर्मूले पर बन सकती है भाजपा-शिवसेना की सरकार? केंद्रीय मंत्री ने दिया बड़ा बयान

रामदास अठावले ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में पूर्व सहयोगी बीजेपी और शिवसेना को मिलाकर 'महायुति' (महागठबंधन) की सरकार बन सकती है। अठावले ने कहा कि इस महायुति में शिवसेना के साथ आधे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद साझा किया जा सकता है।
महाराष्ट्र में इस फॉर्मूले पर बन सकती है भाजपा-शिवसेना की सरकार? केंद्रीय मंत्री ने दिया बड़ा बयान
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डेस्क न्यूज़- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के बयान ने इन अटकलों को हवा देने का काम किया है। रामदास अठावले ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में पूर्व सहयोगी बीजेपी और शिवसेना को मिलाकर 'महायुति' (महागठबंधन) की सरकार बन सकती है। अठावले ने कहा कि इस महायुति में शिवसेना के साथ आधे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद साझा किया जा सकता है।

रामदास अठावले ने क्या कहा?

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपने बयान में कहा कि मैंने इस मुद्दे पर भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा की है और जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी। रामदास अठावले का यह बयान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात के कुछ दिनों बाद आया है। ठाकरे और मोदी की मुलाकात के बाद शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की। इसका जिक्र करते हुए रामदास अठावले ने कहा कि शिवसेना-भाजपा गठबंधन को पुनर्जीवित करने का यह सही समय है।

मंगलवार को पीएम मोदी से हुई थी मुलाकात

बता दें कि उद्धव ने मंगलवार को पीएम मोदी से मुलाकात की थी। उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी सभी बातों को गंभीरता से सुना। उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण, जीएसटी समेत कई संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा हुई। उद्धव ठाकरे ने पीएम नरेंद्र मोदी से रिश्ते और मुलाकात को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब दिए। भले ही हम राजनीतिक रूप से एक साथ नहीं हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमारा रिश्ता खत्म हो गया है। मैं किसी नवाज शरीफ से मिलने नहीं गया। तो अगर मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलूं तो इसमें गलत क्या है। इसके बाद शिवसेना और बीजेपी के एक बार फिर साथ आने के कयास लगाए जा रहे हैं।

क्यों अलग हुई थी भाजपा-शिवसेना?

अक्टूबर 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद को लेकर अपने सबसे पुराने सहयोगी भाजपा से नाता तोड़ लिया था। शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाई थी।

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