पुणे के पिरंगुट MIDC इलाके में एक सैनेटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री में शाम करीब 5 बजे भीषण आग लग गई है। आग के कारण फैक्ट्री में फंसी 37 में से 13 महिला और 2 पुरुष कर्मचारियों की मौत हो गई है। अभी भी कई कर्मचारी गायब हैं। फैक्ट्री से निकलने वाला गहरा काला धुआं आसपास के इलाके मे फैल रहा है। फिलहाल फैक्ट्री में अभी भी कई मजदूर फंसे हुए हैं।
मौके पर पहुंची दमकल की 3 गाड़ियों और दो दर्जन से ज्यादा फायर ब्रिगेड
कर्मी उनके रेस्क्यू का काम कर रहे हैं। सैनेटाइजर में अल्कोहल की मात्रा
होती है इस कारण से आज बहुत तेजी से फैल रही है। SVS केमिकल्स नाम
की इस फैक्ट्री में धुंआ भरने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही
है। माना जा रहा है कि धुंए की चपेट में आकर लापता मजदूर फैक्ट्री में ही बेहोश हो गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि आग शाम करीब सवा पांच बजे लगी।
पांच श्रमिक आग लगने की घटना के बाद लापता बताए गए हैं।
यह संयंत्र पुणे के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है।
पुणे मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट प्राधिकरण पीएमआरडीए के अधीन कार्यरत अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आठ दमकलों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। अग्निशमन दल के जवान लापता श्रमिकों की खोजबीन में जुटे हैं। 12 श्रमिकों के शव खोज लिए हैं।
हालांकि, अभी तक आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट एक बड़ी वजह हो सकती है। मुलशी के तहसीलदार, अभय ने बताया कि दमकल की 3 गाड़ियों से आग बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर पुलिस निरीक्षक अशोक धूमल भी पहुंचे हुए हैं।
एसवीएस एक्वा टेक्नालॉजी नामक यह संयंत्र पुणे घोटावाड़े फाटा इलाके में स्थित है। यह पुणे जिले की मुलशी तहसील में आता है। यह कंपनी वायु, पानी व सतह को उपचारित करने वाले केमिकल्स का उत्पादन, आपूर्ति व निर्यात करती है।