डेस्क न्यूज – क्रिकेट नियमों में पिछले कुछ महीनों में शॉर्ट पिच गेंदबाजी और डीआरस के दौरान अंपायर्स कॉल (Umpire’s Call) को लेकर काफी गहमागहमी रही है।
इन दोनों मामलों में लगातार सवाल उठे हैं और इनमें बदलाव की मांग भी उठी है।
ऐसे में क्रिकेट के नियम बनाने वाले मेरिलबोर्न क्रिकेट क्लब में भी इनके बारे में चर्चा शुरू हो गई।
एमसीसी क्रिकेट कमिटी ने पिछले दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुलाकात की और इस बारे में चर्चा की।
कमिटी का कहना है कि शॉर्ट पिच गेंदबाजी को लेकर सभी से बात की जाएगी, फिर कोई फैसला किया जाएगा।
एमसीसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पिछले कुछ सालों में खेलों में कन्कशन (सिर में चोट) के मामले बढ़े हैं।
मार्च 2021 से इसको लेकर सर्वे किया जाएगा
ऐसे में शॉर्ट पिच गेंदबाजी के नियमों पर नज़र रखे जाने की जरूरत है।
इसके तहत यह देखने की जरूरत है कि क्या जूनियर क्रिकेट में शॉर्ट पिच बॉलिंग होनी चाहिए,
क्या निचले क्रम के बल्लेबाज को अतिरिक्त सुरक्षा मिलनी चाहिए।
एमसीसी कमिटी ने साथ ही कहा कि शॉर्ट पिच गेंदबाजी खेल का अहम हिस्सा है।
ऐसे में मार्च 2021 से इसको लेकर सर्वे किया जाएगा। इसके लिए कुछ विशेष ग्रुप चुने गए हैं। हालांकि साल 2022 से पहले इस बारे में कोई फैसला नहीं आना है।
कमिटी ने कहा, जून 2021 के आखिर से शॉर्ट पिच गेंदबाजी को लेकर डेटा जुटाया जाएगा। इसके बाद अलग-अलग कमिटी और सब कमिटी में इन पर चर्चा होगी। साथ ही आईसीसी की मीटिंग में भी इस बारे में चर्चा की जाएगी। इसके बाद जो भी फैसला होगा वह दिसबंर 2021 में एमसीसी कमिटी की बैठक में लिया जाएगा।
अंपायर्स कॉल को लेकर ज्यादा और विशेष बहस हुई
कमिटी ने डिसीजन रिव्यू सिस्टम और अंपायर्स कॉल के बारे में डिस्कशन किया। अंपायर्स कॉल को लेकर ज्यादा और विशेष बहस हुई। कई सदस्यों ने कहा कि अंपायर्स कॉल काफी कंफ्यूजिंग हैं और यह जनता को समझ ही नहीं आती। कमिटी ने महसूस किया कि डीआरएस बिना अंपायर्स कॉल के सादा तरीके से आउट या नॉट आउट को लेकर ही होना चाहिए। हालांकि स्टंप्स से गेंद के लगने में अंपायर्स कॉल बनी रहेगी। इसके तहत गेंद का कम से कम 50 फीसदी हिस्सा स्टंप्स पर लगना चाहिए।
कैच पकड़ने के दौरान अंपायर के सॉफ्ट सिग्नल देने को लेकर भी बात हुई
कैच पकड़ने के दौरान अंपायर के सॉफ्ट सिग्नल देने को लेकर भी बात हुई। इसमें कहा गया कि 20 गज के घेरे में तो सॉफ्ट सिग्नल का तरीका कारगर है। लेकिन बाउंड्री पर पकड़े जाने वाले कैच के लिए यह तरीका मुफीद नहीं है क्योंकि वहां अंपायर को कुछ देखने को मिलता नहीं है। इस बारे में एमसीसी कमिटी ने बाउंड्री के कैच के लिए अंपायर टीवी अंपायर को अनसाइटेड यानी दिखाई नहीं दिया का संकेत देने का प्रस्ताव रखा है। कमिटी ने मीटिंग के दौरान गेंद पर लार लगाने पर हमेशा के लिए बैन लगाने पर भी काफी देर तक बातचीत की। अभी कोरोना वायरस के चलते गेंद पर लार लगाने की मनाही है।
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