डेस्क न्यूज़- चार महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी एंटीलिया बम मामले की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है, इस मामले में ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार सुबह मुंबई में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा के घर पर छापेमारी की, प्रदीप सेवानिवृत्ति के बाद से शिवसेना के नेता हैं, हालांकि अभी तक छापेमारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
जानकारी के मुताबिक प्रदीप अपने अंधेरी स्थित घर में मौजूद थे, फिर एनआईए की टीम वहां पहुंची और पूरे घर की तलाशी शुरू की, एनआईए के कुछ अधिकारियों ने शर्मा से पूछताछ भी की है, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, इससे पहले एनआईए ने संतोष शेलार और आनंद जाधव को गिरफ्तार किया था, इसके साथ ही इस मामले में चार अन्य पुलिसकर्मियों सचिन वाजे, सुनील माने, रियाज काजी और आरक्षक विनायक शिंदे को निलंबित/बर्खास्त कर दिया गया है।
एनआईए ने संतोष शेलार और आनंद जाधव को गिरफ्तार कर विशेष अदालत में पेश किया, जिसके बाद उन्हें 21 जून तक के लिए हिरासत में भेज दिया गया, सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपियों से आमने-सामने बैठकर पूछताछ की जाएगी, पूर्व में गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपियों के पास से प्रदीप के खिलाफ सबूत मिले थे, जिसके चलते उनके घर पर छापेमारी की गई थी।
25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक स्कॉर्पियो, जिलेटिन की छड़ें और एक धमकी भरा पत्र मिला था, पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो वाहन का मालिक मनसुख हिरेन मिला, लेकिन 5 मार्च को उसका शव रेती बंदर की खाड़ी में मिला, इसके बाद एनआईए ने जांच अपने हाथ में ले ली, दावा किया जा रहा है कि यह पूरी प्लानिंग मुंबई के पुलिस अफसर सचिन वाझे ने की थी, जिसमें कई पुलिसकर्मियों ने उनका साथ दिया, वाझे को एनआईए ने मार्च में ही गिरफ्तार किया था।