पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित टिप्पणी के आरोप में जेल में बंद भाजपा विधायक टी राजा सिंह को जमानत दे दी गई है। तेलंगाना उच्च न्यायालय ने माना है कि राजा सिंह ने किसी मजहब के खिलाफ कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है। बुधवार को न्यायालय ने कुछ शर्तों के साथ टी राजा सिंह को रिहा करने का आदेश दिया।
हाईकोर्ट ने राज सिंह को निर्देश दिया है कि वह सोशल मीडिया पर कोई भी अपमानजनक वीडियो शेयर नहीं कर सकते और रिहा होने के बाद मीडिया से बात भी नहीं करेंगे। जेल से निकलने के बाद राजा सिंह ने इसे धर्म की जीत बताया। जय श्री राम लिखते हुए उन्होंने ट्वीट किया कि आपकी सेवा में मैं फिर से हाजिर हूँ। मीडिया से बात करते हुए उनकी वकील करुणा सागर ने बताया कि कोर्ट ने उनकी रिहाई पर जश्न रैली पर भी रोक लगा दी है।
गोशामहल से विधायक राजा सिंह 25 अगस्त 2022 से प्रिवेंटिव डिटेंशन एक्ट के तहत जेल में थे। अदालत ने उनकी रिहाई के वक्त निर्देश दिया था कि वे अगले 3 महीने तक सोशल मीडिया से भी दूर रहने को कहा है। लेकिन रिहाई के तुरंत बाद किया गया उनका ट्वीट वायरल हो गया है। इस ट्वीट में वे भगवा वस्त्र पहने भगवान राम की मूर्ति के पास खड़े दिख रहे हैं। साथ ही लिखा है, “धर्म की विजय हुई। एक बार पुनः आपकी सेवा में उपस्थित हो गया हूँ। जय श्री राम।”
भाजपा विधायक टी राजा सिंह के एक वीडियो को लेकर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने पैगम्बर मोहम्मद के अपमान का आरोप लगाया था। जिसके बाद हैदराबाद में अलग-अलग जगह हिंसक प्रदर्शन हुए थे। देश में सर तन से जुदा के नारे लगे थे। प्रदर्शनकारियों ने राजा सिंह पर कई केस भी दर्ज करवाए। अगस्त 2022 में तेलंगाना पुलिस ने राजा सिंह पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में FIR दर्ज कर ली थी।