उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर जिले में प्रधानमंत्री मोदी को कला झंडा दिखाकर चर्चा में आई कांग्रेस नेत्री रीता यादव को सोमवार देर शाम कुछ अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। गोली नेत्री के पैर में लगी। रीता यादव को घायल अवस्था में सीएचसी लंभुआ में भर्ती कराया गया। जहां हालत ख़राब होने के कारण डॉक्टर्स ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। सीओ लंभुआ सतीश चंद शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। साथ ही रीता के बयान भी दर्ज़ किए हैं।
गाड़ी रोककर दी जान से मारने की धमकी
होश में आने के बाद रीता यादव ने बताया कि 'मैं पोस्टर-बैनर बनवाने गई थी। वहां से वह घर जा रही थी। रास्ते में हाईवे पर लंभुआ के पास मेरी बोलेरो को ओवरटेक कर तीन लोगों ने गालियां दी और मुझे जान से मारने की धमकी दी। मेरे ड्राइवर के माथे पर पिस्तौल रख दी। जब मैंने उन्हें थप्पड़ मारा तो उन्होंने मुझे गोली मार दी और वहां से भाग गए।
घायल नेत्री से मिलेगी प्रियंका गाँधी
रीता यादव ने 17 दिसंबर को लखनऊ में प्रियंका गांधी से भी मुलाकात की थी। सुल्तानपुर के कांग्रेस नेता विजय श्रीवास्तव ने बताया कि प्रियंका गांधी भी रीता यादव की कुशलक्षेम पूछने के लिए मंगलवार को सुल्तानपुर आएंगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस के उद्घाटन पर दिखाया था काला झंडा
16 नवंबर को पीएम मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने सुल्तानपुर पहुंचे। इस दौरान रीता यादव ने उन्हें काला झंडा दिखाया था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और दो दिन बाद उन्हें जमानत मिली थी। घटना के बाद वह एक महीने तक सपा में रहीं, लेकिन सम्मान के अभाव में वह 17 दिसंबर को लखनऊ में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा से मिलीं और कांग्रेस में शामिल हो गईं। यानी वह 17 दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं।
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