हाल ही रिलीज हुई बॉलिवुड हिंदी फिल्म 'कश्मीर फाइल्स' (Kashmir Files) के बाद से अब फिर से कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) की स्थिति को लेकर देशभर में चर्चा हो रही है। फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छिड़ गई है। इधर केरल कांग्रेस ने कश्मीरी पंडितों के जम्मू-कश्मीर से पलायन को लेकर बारंबार कई ट्वीट किए। इसमें कुछ ऐसे तथ्य रखे कि यूजर्स भढ़क गए। ऐसे में कांग्रेस ने फेक्ट्स वाले ट्वीट हटा दिए। कांग्रेस में कश्मीरी पंडित मुद्दे को लेकर कुछ फैक्ट रखे हैं और इसके तहत कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है। इसके बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस का यह हमला उनपर ही भारी पड़ गया। टि्वटर यूजर्स ने कांग्रेस के ही फैक्ट्स पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए।
कांग्रेस ने ये भी आरोप लगाया कि पलायन में भाजपा के समर्थन वाली वीपी सिंह सरकार के समय में शुरू हुआ था। बीजेपी के सपोर्ट वाली वीपी सिंह सरकार दिसंबर 1989 में सत्ता में आई। कश्मीरी पंडितों का पलायन उसके ठीक एक महीने बाद से शुरू हो गया। कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी ने इस पर कुछ एक्शन नहीं लिया और नवंबर 1990 तक वीपी सिंह सरकार को सपोर्ट करती रही। कांग्रेस ने दावा किया कि यूपीए सरकार के दौरान जम्मू में कश्मीरी पंडितों के लिए 5242 घर बनवा कर दिए गए थे। वहीं पंडितों के हर परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई थी। इसमें पंडितों के परिवार के छात्रों को स्कॉलरशिप व फार्मर्स के लिए विभिन्न योजनाएं शामिल की गई थीं।
गौरतलब है कि विवेक अग्निहोत्री निर्देशित (vivek agnihotri) की 'द कश्मीर फाइल्स' (the kashmir files) उम्मीद से कहीं ज्यादा बेहतर तरीके से प्रदर्शन कर रही है। इस फिल्म में न ही कोई मेनस्ट्रीम बॉलिवुड स्टार है और न ही इसका मेगा बजट है। इसके बावजूद इसने साउथ के प्रभास (Prabhas) की 'राधे श्याम' (Radhe Shyam) को कड़ी चुनौती दे दी है। यही नहीं, घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन (exodus of Kashmiri Pandits) पर बनी इस मूवी दर्शकों का जबरदस्त प्यार मिल रहा है। कई लोग थियेटर्स से बाहर निकलने के बाद अपने आंसू नहीं रोक पा रहे हैं।
पल्लवी ने बताया कि आज देश में फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की सराहना हो रही है, लेकिन 'द कश्मीर फाइल्स' जैसे गंभीर विषय पर फिल्म कंटेंट निष्पक्ष रूप से तैयार करना कोई आसान काम नहीं था। एक इंटरव्यू के दौरान फिल्म की निर्माता पल्लवी जोशी ने खुलासा किया कि 'द कश्मीर फाइल्स' बनाने में शूटिंग वाला पार्ट शायद सबसे आसान और सबसे छोटा था। जहां फिल्म को पूरा तैयार करने में चार साल लगे, वहीं ये शूटिंग एक महीने में ही पूरी हो गई। पल्लवी ने बताया कि जब कश्मीर में फतवा जारी किया गया तब हम आखिरी सीन शूट कर रहे थे।
पल्लवी जोशी और उनके पति विवेक अग्निहोत्री (vivek agnihotri) ने इस बात को सीक्रेट रखने का निर्णय लिया। ताकि पूरा क्रू क्लाइमेक्स पर फोकस कर सके। पल्लवी ने कहा कि हमनें ये निर्णय इसलिए लिया क्योंकि हमें जाने के बाद यहां वापस शूट का मौका नहीं मिल पाता। पूरी यूनिट शूटिंग स्पॉट से सीधे कश्मीर से रवाना हो गई।
पल्लवी (Pallavi Joshi) ने बताया कि पति विवेक अग्निहोत्री को 'द कश्मीर फाइल्स' (the kashmir files) बनाने को लेकर इतनी धमकियां मिली कि उन्होंने ट्विटर एकाउंट को डिएक्टिवेट कर दिया। बता दें कि फिल्ममेकर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि लगातार मिल रही धमकियों के करण उन्हें कितना मेंटल स्ट्रेस हुआ था।