डेस्क न्यूज़- राजस्थान और उत्तर प्रदेश में संक्रमण से उपजे हालात को देखते हुए बैंकों के समय में भी बदलाव किया गया है। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी एसएलबीसी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक में अहम निर्णय लिया गया। इसके तहत अब प्रदेश भर के बैंकों का समय सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक ही रहेगा। मतलब कोरोना काल के दौरान रोजाना महज 4 घंटे के लिए ही लोगों को बैंकिंग सुविधाएं मुहैया हो सकेगी। यह आदेश 22 अप्रैल से लागू होगा और 15 मई तक प्रभावी रहेगा। 4 घंटे खुलेंगे बैंक ।
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर, बैंकों का समय भी बदल दिया
गया था। अब बैंक केवल दिन में चार घंटे ही खुलेंगे। इस अवधि के
दौरान ग्राहकों को केवल चार प्रकार की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। यह आदेश 22 अप्रैल से 15 मई तक प्रभावी रहेगा। राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (SLBC) ने बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर यह निर्णय लिया है।
कोरोना संक्रमण बढ़ने के बीच कई बैंकों में कर्मचारियों को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा के मद्देनजर राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के अध्यक्ष, समन्वयक बृजेश कुमार की बैठक में ये निर्णय लिए गए हैं। समिति की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई, जिसमें बैंकों के समय और सेवाओं में बदलाव के बारे में निर्णय लिए गए।
बता दे कि 15 मई तक बैंक में खाता खोलने, एटीएम जारी करने, पासबुक एंट्री, स्टेटमेंट जारी करने और केवाईसी अपडेट आदि का काम पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान पूरा स्टाफ भी बैंकों में नहीं आएगा। केवल 50 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थित होंगे। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने मीडिया को बताया है कि केवल 50 प्रतिशत कर्मचारी ही कार्यरत होंगे और व्यवस्था रोटेशनल मोड में होगी।
हालाँकि, बैंकों में आधे कर्मचारियों को नियुक्त करने के निर्णय में देरी के कारण, कई बैंक कर्मचारी और अधिकारी अब तक सवालों के घेरे में आ गए हैं। कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद कुछ शाखाओं और एटीएम को भी बंद करना पड़ा। हालांकि, 50 प्रतिशत कर्मचारियों के वाला यह आदेश 9 अप्रैल को ही सरकार की ओर से आया था।