टी-20 वर्ल्डकप में टीम इंडिया के बिना खिताब के देश में लौटने के बाद BCCI टी-20 टीम को बदलने की योजना बना रहा है। BCCI की योजना में 2007 में देश के लिए वर्ल्डकप जिताने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का भी अहम रोल बताया जा रहा है। बोर्ड टी-20 टीम को बेहतर और आक्रामक बनाने के लिए धोनी को फिर से टीम से जोड़ सकता है। इससे पहले बोर्ड टी-20 वर्ल्ड कप 2022 में भी धोनी को टीम के मेंटॉर के तौर पर भेज चुका है।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि BCCI इंग्लैंड की टीम से प्रभावित हो कर उसकी तरह फियरलेस क्रिकेट खेलने वाली टीम बनाना चाहता है। जिसमें बोर्ड धोनी की एक्सपर्ट स्किल्स की मदद लेने पर विचार कर रहा है और जल्द ही फैसला भी लेगा।
वहीं, मुंबई मिरर की मानें तो धोनी वेस्टइंडीज के खिलाफ T-20 सीरीज में उपलब्ध रहेंगे, जो दिसंबर में होने वाली है।
द टेलीग्राम की रिपोर्ट के मुताबिक धोनी को BCCI बड़ी जिम्मेदारी के तौर पर लिमिटेड ओवर यानी टी-20 और वनडे के लिए कोच या डायरेक्टर भी बना सकता है।
धोनी के कप्तान बनने से पहले भारतीय टीम की जिम्मेदारी राहुल द्रविड़ के पास थी और जब राहुल द्रविड़ ने अपने इस पद को छोड़ दिया तो उनकी जगह भारत का अगला कप्तान धोनी को चुना गया था। कहा जाता है कि धोनी को भारतीय टीम की कप्तानी देने की बात राहुल द्रविड़ और सचिन ने बीसीसीआई (BCCI) से की थी। जिसके बाद बीसीआई ने धोनी को सन् 2007 में भारतीय टीम का कैप्टन बनाया था।
भारत के कप्तान बनने के बाद सितंबर 2007 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुए आईसीसी विश्व टी-20 में इन्होने भारतीय टीम को लीड किया था और इस टूर्नामेंट को जीत लिया था। विश्व टी-20 कप जीतने के बाद धोनी को वन डे मैच और टेस्ट मैच की भी कप्तानी सौप दी गई थी और धोनी ने उनको दी गई इस जिम्मेदारी को खूब सही तरह से निभाया था।
धोनी की कप्तानी के तहत ही भारत साल 2009 में आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में प्रथम स्थान हासिल कर पाया था और धोनी ने कप्तान रहते हुए कई सारे रिकॉर्ड भी अपने नाम किए है। 1983 में कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जीता था। धोनी ने दो विश्व कप में भारत का नेतृत्व किया है और अपनी कप्तानी के तहत, भारत साल 2011 में विश्व कप जीता था। जबकि साल 2015 के हुए विश्व कप में भारत को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में कामयाब हुआ था।
एमएस ने 15 अगस्त 2020 को वनडे और टी20 से संन्यास ले लिया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में आखिरी टेस्ट खेलते हुए 30 दिसंबर 2014 को इस फोर्मेट से भी संन्यास की घोषणा की थी।
BCCI अब टीम इंग्लैंड की तर्ज पर लिमिटेड ओवर और टेस्ट की अलग-अलग टीम बनाने पर विचार कर रहा है। बोर्ड तीनों फार्मेटों के मैनेजमेंट को संभाल रहे राहुल द्रविड का बोझ कम करने तथा प्रत्येक फार्मेट पर विशेष ध्यान देने के लिए अलग टीमें बनाना चाहता है। इतना ही नहीं, बोर्ड इन टीमों के लिए अलग-अलग कोचिंग स्टाफ भी अपॉइंट कर सकता है। अलग कोच पर इस महीने होने वाली मीटिंग में फैसला लिया जा सकता है।
BCCI के सोर्स के मुताबिक 2 साल बाद जून 2024 में होने वाले वर्ल्ड कप को लेकर बदलाव हो सकता है। अनुमान है कि बोर्ड की ओर से टी-20 के लिए बनाई जाने वाली टीम की रेगुलर कप्तानी हार्दिक पंड्या को दी जा सकती है। पंड्या बोर्ड की चॉइस हैं, उन्हें नई टीम के साथ लंबे समय तक कप्तानी सौंपने पर विचार किया जा सकता है।