ड्राइवर के रास्ता भटकने से 12 घंटे लेट पहुंचा ऑक्सीजन टैंकर, देरी के कारण 7 मरीजों की मौत

यह घटना हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल किंग कोटी की है। रविवार (9 मई) को अस्पताल में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी थी। एक टैंकर चालक मेडिकल ऑक्सीजन की नई खेप लेकर अस्पताल आ रहा था, लेकिन रास्ता भटक गया। इधर, सभी लोग अस्पताल में ऑक्सीजन टैंकर के आने का इंतजार कर रहे थे।
ड्राइवर के रास्ता भटकने से 12 घंटे लेट पहुंचा ऑक्सीजन टैंकर, देरी के कारण 7 मरीजों की मौत
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डेस्क न्यूज़- कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद, कई लोगों में ऑक्सीजन की कमी होती है, जिसके कारण बड़ी संख्या में रोगी मर रहे हैं। मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए अस्पताल प्रबंधन से लेकर जिला प्रशासन और राज्य सरकार बड़े पैमाने पर काम कर रही है। एक जिले और राज्य से दूसरे शहरों और राज्यों में ऑक्सीजन टैंकरों को पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। हालांकि, ऑक्सीजन की प्रतीक्षा में कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे अस्पतालों में अभी भी मरीज मर रहे हैं। ऐसा ही कुछ हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल में हुआ, जब मेडिकल ऑक्सीजन की नई खेप लाने वाले ड्राइवर रास्ता भटक गया और उसके इंतजार में सात मरीजों की मौत हो गई।

ऑक्सीजन टैकर के लेट होने से हुआ हादसा

दरअसल, यह घटना हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल किंग

कोटी की है। रविवार (9 मई) को अस्पताल में मेडिकल

ऑक्सीजन की कमी थी। एक टैंकर चालक मेडिकल

ऑक्सीजन की नई खेप लेकर अस्पताल आ रहा था, लेकिन रास्ता भटक गया। इधर, सभी लोग अस्पताल में ऑक्सीजन टैंकर के आने का इंतजार कर रहे थे। ऑक्सीजन मिलने में हो रही देरी से अस्पताल प्रशासन, मरीज और उनके परिजन बेचैन हो रहे थे। धीरे-धीरे आईसीयू में ऑक्सीजन की आपूर्ति का दबाव कम होने लगा। मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। कुछ ही समय में, ऑक्सीजन की आपूर्ति का स्तर खतरे से नीचे चला गया। चालक सही समय पर ऑक्सीजन लेकर अस्पताल नहीं पहुंच सका और देखते ही देखते सात मरीजों की मौत हो गई।

रास्ता भटकने से 12 घंटे लेट पहुंचा टैंकर

जानकारी के अनुसार, अस्पताल के ऑक्सीजन टैंक में ऑक्सीजन का दबाव दोपहर से कम दिखाई दे रहा था। अस्पताल अधिकारियों ने तुरंत टैंक को भरने के निर्देश दिए, लेकिन ऑक्सीजन टैंकर को ले जा रहा ड्राइवर रास्ते में भटक गया। हैदराबाद की नयारंगुडा पुलिस ने काफी प्रयास के बाद टैंकर को ढूंढ लिया, लेकिन जब तक टैंकर ऑक्सीजन के साथ अस्पताल पहुंचा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि ड्राइवर 12 घंटे देरी से ऑक्सीजन टैंकर लेकर अस्पताल पहुंचा। अस्पताल प्रशासन इस घटना पर चुप्पी साधे बैठा है। कुछ लोग यह भी सवाल उठा रहे हैं कि ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकर को ग्रीन कॉरिडोर क्यों नहीं मुहैया कराया गया।

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