Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' के समापन के मौके पर पार्टी नेता राहुल गांधी ने रविवार (29 जनवरी) को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में प्रेस को संबोधित किया। इसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग और बम धमाकों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालात अगर इतने ही अच्छे हैं तो बीजेपी के लोग यहां यात्रा क्यों नहीं कर देते हैं?
अब प्रश्न यह उठता है कि जब राहुल गांधी को जम्मू कश्मीर के हालात ठीक नहीं लगते तो उनकी यात्रा वहां सकुशल कैसे संपन्न हुई? वे बीजेपी के लोगों को जम्मू कश्मीर में यात्रा की चुनौती देकर किस ओर इशारा करते हैं? यह कौन सा कनेक्शन है कि आतंकी उनकी यात्रा को टारगेट नहीं करते? वे यह किस आधार पर कह रहे हैं कि देखो हम यहां पैदल घूम लिए अब बीजेपी वाले घूमकर दिखाएं? क्या इसीलिए कांग्रेस J&K में धारा 370 की बहाली का वादा कर रही है? क्या वहां के आतंकी संगठनों और कट्टपंथियों का कांग्रेस को अप्रत्यक्ष समर्थन है?
Since Independence अपनी इस खबर में बताएगा क्यों राहुल गांधी जम्मू कश्मीर में धारा 370 की बहाली की वकालत करते रहे हैं? जरूर इसके पीछे कांग्रेस का कोई छिपा एजेंडा है। यह जानने के लिए पढ़े पूरी खबर।
राहुल ने अपनी PC में J&K में टारगेट किलिंग और बम धमाकों का भी जिक्र कर सुरक्षा पर सवाल उठाए, जबकि वहां उनकी यात्रा सकुशल संपन्न हुई।
राहुल की यात्रा को फारुख अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती जैसे अलगाववादी नेता पहले ही अपना समर्थन दे चुके। यह सब जानते हैं कि J&K में ऐसे नेता खुलेआम आतंकियों का पक्ष लेकर धमकियां देते रहे हैं।
यात्रा के दौरान एक बार फिर सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रश्न उठाकर कांग्रेस ने अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान और अलगाववादी ताकतों को अपना मैसेज देने का प्रयास किया।
यह सर्व विदित है कि धारा 370 हटाए जाने के बाद से J&K में हालात सुधरे हैं, फिर भी कांग्रेस वहां हालात खराब बताकर वहां के अलगाववादी नेताओं को खुश करने का काम किया है।
कांग्रेस J&K में होने वाले भावी चुनाव में पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस जैसे दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ने के मूड में है, यह फारुख अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती के यात्रा को समर्थन से स्पष्ट हो चुका है।
J&K में धारा 370 लगाकर वहां के हालात बद से बदतर बनाने के लिए जिम्मेदार कांग्रेस को मोदी सरकार द्वारा वहां सेना को फ्री होल्ड देना रास नहीं आ रहा है।
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालात अगर इतने ही अच्छे हैं तो बीजेपी के लोग यहां यात्रा क्यों नहीं कर देते हैं? उन्होंने कहा कि अमित शाह जम्मू से कश्मीर तक क्यों नहीं चलते हैं? अपने जवाब में राहुल गांधी ने टारगेट किलिंग और बम धमाकों का भी जिक्र किया।
राहुल गांधी से पूछा गया कि बीजेपी का दावा है 370 हटने के बाद यहां सुरक्षा की स्थिति काफी सुधरी है, क्या आप सहमत है बीजेपी के इस दावे से? इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया, ''नहीं, यहां पर तो टारगेटेड किलिंग्स हो रही हैं, बम बलास्ट हो रहे हैं, अगर सिक्योरिटी सिचुएशन इंप्रूव होती तो जो कॉन्वर्सेशन सिक्योरिटी वाले मेरे से कर रहे हैं वो तो होते ही नहीं। बीजेपी के लोग यात्रा क्यों नहीं कर देते? जम्मू से लाल चौक।। अगर हालात इतने ही अच्छे हैं तो अमित शाह जम्मू-कश्मीर में क्यों नहीं चलते हैं.. जम्मू से कश्मीर तक।''
उन्होंने कहा, यात्रा का लक्ष्य भारत को एक करने का था, जोड़ने का था, जो नफरत फैलाई जा रही है, हिंसा फैलाई जा रही है, उसके खिलाफ हमने यात्रा की और जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। सच बताऊं तो कोई उम्मीद नहीं कर रहा था कि ऐसा प्यार भरा रिस्पॉन्स मिले। हिदुस्तान की जनता की जो ताकत है वो सीधे देखने को मिली।