गुजरात में कोरोना के XE वैरिएंट का मरीज मिला, BA.2 से 10 गुना ज्यादा संक्रामक है ये वायरस

Corona XE Variant in India: गुजरात में कोरोना का नया वैरिएंट XE पाया गया है। यहां पर पहले मामले की पुष्टि भी हो चुकी है। जानिए क्यों है XE वैरिएंट घातक और एक्सपर्टस की राय।
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OmiCron VirusImage Credit: Zee News
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Corona XE Variant in India: कोरोना के नए वैरिएंट XE ने गुजरात राज्य (xe variant found in gujarat) में दस्तक दे दी है। वहां पर इस नए वैरिएंट के पहले मामले की पुष्टि भी कर दी गई है। इससे पहले मायानगरी मुंबई में भी इस वैरिएंट का एक मामला मिला था। इस वायरस को काफी संक्रामक माना जा रहा है, ऐसे में सरकार भी पूरी सावधानी बरत रही है। इससे पहले मुंबई में भी एक मरीज इस नए वैरिएंट से संक्रमित होने की बात कही गई थी, लेकिन उस मामले में XE वैरिएंट था या नहीं इस पर विरोधाभासी तथ्य सामने आ रहे थे, लेकिन गुजरात में मामले की पुष्टि होने के बाद एक बार फिर इसने चिंता बढ़ा दी है।​

BA.2 की तुलना में XE वैरिएंट 10 गुना ज्यादा संक्रामक

गुजरात में जिस XE वैरिएंट मामले की पुष्टि हुई है (xe variant found in gujarat) उसे लेकर बताया गया है कि 13 मार्च को व्यक्ति कोविड पॉजिटिव आया था। लेकिन एक हफ्ते बाद तो उसकी स्थिति ठीक थी, लेकिन जब जब सैंपल के रिजल्ट आए तो उसमें व्यक्ति XE वैरिएंट से संक्रमित निकला। चिंता की बात ये है कि कोरोना का ये नया वैरिएंट सबसे ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। BA.2 वाला जो वैरिएंट है, उसकी तुलना में XE वैरिएंट 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक है।

XE वैरिएंट को लेकर क्या अपडेट है?
शुरुआती रिसर्च के बाद माना जा रहा है कि ये XE वैरिएंट, ओमिक्रॉन का ही सब वैरिएंट है। अभी तक तो इसे ज्यादा खतरनाक तो नहीं बताया जा रहा है, लेकिन कहा जा रहा है कि ये वायरल तेजी से फैलने में ओमीक्रॉन से भी ज्यादा संक्षम है। अभी XE वैरिएंट के जो दो मामले सामने आए हैं, उनमें कोई गंभीर लक्षण फिलहाल तो नहीं दिखे हैं। इसलिए सरकार अभी पैनिक नहीं होने की अपील कर रही है।

फिलहाल चिंता की बात नहीं, जानिए क्यों?

जॉन्स हॉपकिन्स में गुप्ता-क्लिंस्की इंडिया इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित एक पैनल चर्चा में वायरोलॉजिस्ट गगनदीप कांग ने बताया कि वेरिएंट तो आएंगे क्योंकि लोग अब यात्रा कर रहे हैं। जितना हमें एक्सई वेरिएंट के बारे में पता चला है, तो फिलहाल चिंता की बात नहीं है। इससे पहले हम BA.2 को लेकर चिंतित हुए थे लेकिन लेकिन यह BA.1 से ज्यादा गंभीर नहीं था। XE वैरिएंट भी BA.1 या BA.2 (ओमाइक्रोन के सब-वेरिएंट) से ज्यादा गंभीर बीमारी कारण फिलहाल नहीं बनेगा ऐसा वर्तमान स्थिति में कहा जा सकता है। इसका असर कितना होगा, इसके लिए ​इसके परिणामों नजर रखी जा रही है।

लेकिन नई लहर ला सकता है

इधर कुछ विशेषज्ञ यह जरूर कह रहे हैं कि कोरोना का एक नया वैरिएंट भी देश में एक नई लहर ला सकता है। फर्क सिर्फ इतना है कि यह ज्यादा घातक नहीं होगा और स्थिति नियंत्रण से बाहर भी नहीं होगी। देश में जब कोरोना की तीसरी लहर आई तब भी स्थिति नियंत्रण में रही और दूसरी लहर जैसी तबाही देखने को नहीं मिली।

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