Cyclone Mocha: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवात मोचा के इस सप्ताह पश्चिम बंगाल और ओडिशा में दस्तक देने की उम्मीद जताई है। आईएमडी ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा समेत देश भर के कई राज्य हाई अलर्ट की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हुआ है। इसके प्रभाव में, सोमवार (8 मई) को इस क्षेत्र के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के आस-पास के क्षेत्रों में 40-50 किमी से लेकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है।
आईएमडी की चेतावनी के कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा समेत देश भर के कई राज्य हाई अलर्ट पर हैं। मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान 'मोचा' को लेकर ओडिशा के 18 जिलों में अलर्ट जारी किया है। 9 जिलों में तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है।
आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में तीन दिनों तक बारिश होगी। कुछ जगहों पर बिजली भी गिर सकती है।
सोमवार (8 मई) को पश्चिम बंगाल के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हुगली, बांकुड़ा, बीरभूम, पुरबा मेदिनीपुर, हावड़ा, पुरबा और पश्चिम बर्धमान में शहर में बिजली गिरने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
इसके अलावा, अगले 24 घंटों में दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग, अलीपुरद्वार, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा में हल्की बारिश हो सकती है।
तूफान के दौरान लाइट कटने की स्थिति में कोलकाता के सभी पुलिस स्टेशनों को जनरेटर तैयार रखने को कहा गया है। पुलिस मुख्यालय में स्थित कमांड सेंटर में स्थित कंट्रोल रूम रविवार से ही काम कर रहा है।
मौसम की निगरानी करने वाली एजेंसी ने कहा कि उत्तर बंगाल के जिलों के चक्रवात के प्रभाव में आने की कोई संभावना नहीं है, क्योंकि अगर चक्रवाती तंत्र बनता है तो अगले सप्ताह के अंत तक बांग्लादेश-म्यांमार के तटीय क्षेत्र में दक्षिण बंगाल को प्रभावित कर सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ऐसा लगता है कि तूफान दक्षिणी अंडमान और निकोबार द्वीप की तरफ बढ़ सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि 8-11 मई के बीच अंडमान में भारी बारिश हो सकती है।
भारतीय मौसम विभाग और क्षेत्रीय मौसम केंद्र तूफान की दिशा का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जब तक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित नहीं हो जाता है, तब तक तूफान के रास्ते के बारे में बता पाना मुश्किल है।
वैज्ञानिकों की मानें तो अभी ऐसा मालूम पड़ता है कि तूफान मोचा म्यांमार को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, निम्न दबाव विकसित होने के बाद यह पूरी तरह उल्टी दिशा में चल सकता है।