जम्मू और कश्मीर और मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने 'द वायर' को दिए इंटरव्यू में पुलवामा हमले को लेकर बीजेपी पर प्रहार किया है। ये वही सत्यपाल मलिक जिन्होंने सरकार की ओर से किसानों के लिए लाये गये तीन कानून के वक्त भी प्रधानमंत्री मोदी से लड़ाई की बात कही थी। मलिक आये दिन भाजपा पर आरोप लगाते रहते है।
आपको बता दें कि उनका यह बयान उस समय आया है जब उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है और कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और राजेडी के लिए चुनाव में कैंपन करने की बात कही थी। जबकि सत्यपाल मलिक बीजेपी से ही जम्मू और कश्मीर, मेघालय के राज्यपाल रह चुके है।
सत्यपाल मलिक ने ‘द वायर’ को इंटरव्यू देते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की चूकों के कारण फरवरी 2019 में पुलवामा में सैनिकों पर घातक हमला हुआ और उन्हें इसके बारे में बोलने से मना किया था। सत्यपाल मलिक इस हमले के दौरान जम्मू-कश्मीर के ही राज्यपाल थे।
मलिक का आरोप है कि पुलवामा हमला गृह मंत्रालय की लापरवाही का नतीजा था। मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने अपने जवानों के लिए एयर क्राफ्ट मांगे थे लेकिन गृह मंत्रालय ने देने से इनकार कर दिया। उसके बाद सीआरपीएफ ने जिस रास्ते से जवानों को भेजा पहले वहां की अच्छे से पड़ताल नहीं की, जिसके कारण ये हमला हुआ।
इससे पहले कई बार सत्यपाल मलिक भाजपा को घेर चुके हैं। आप मलिक के इन बयानों से समझ सकते है उनकी गंभीरता...
सत्यपाल मलिक ने दावा करते हुए कहा था कि 'कश्मीर जाने के बाद, दो फाइलें मेरे पास आईं। इसमें से एक अंबानी की थी और दूसरी आरएसएस से जुड़े एक व्यक्ति की, जो महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री थे और प्रधानमंत्री के बहुत करीब होने का दावा करते थे।
मुझे दोनों विभागों के सचिवों द्वारा सूचित किया गया था कि यह एक घोटाला है। मैंने उसी के अनुसार दोनों सौदे रद्द कर दिए। सचिवों ने मुझसे कहा था कि आपको प्रत्येक फाइल को मंजूर करने के लिए 150 करोड़ रुपये मिलेंगे, लेकिन मैंने उनसे कहा कि मैं पांच कुर्ता-पायजामा लेकर आया हूं और उसी के साथ जाऊंगा।'
किसानो के लिए केंद्र सरकार जब तीन कानून लेकर आयी थी तब भी मलिक ने कहा था ‘मैं जब किसानों के मामले में प्रधानमंत्री जी से मिला, तो मेरी पांच मिनट में ही उनसे लड़ाई हो गई। वो बहुत घमंड में थे। जब मैंने उनसे कहा, हमारे 500 लोग मर गए, तुम तो कुतिया मरती है तो चिठ्ठा भेजते हो। तो उन्होंने कहा, मेरे लिए मरे हैं? मैंने कहा आपके लिए ही तो मरे थे, क्योंकि आप उनकी वजह से राजा बने हुए हो, इसको लेकर मेरा उनसे झगड़ा हो गया।‘