INDIA Vs BHARAT: इंडिया vs भारत को लेकर देश में शुरू हुए विवाद पर अब सियासी माहौल गरमाता जा रहा है। विवाद की शुरुआत G -20 में डिनर को लेकर राष्ट्रपति भवन की ओर से भेजे गये निमंत्रण पत्र से हुई।
राष्ट्रपति भवन की ओर से भेजे गये निमंत्रण पत्र में "प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया" की जगह "प्रेसीडेंट ऑफ भारत" लिखा गया था, जिसे लेकर विपक्ष ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इंडिया नाम को बदल कर भारत करना चाहती है।
केंद्र सरकार ने इंडिया नाम को बदल कर भारत करने के आरोपों को कोरी अफवाह करार दिया है। अब सत्ता पक्ष, विपक्ष और सेलेब्रिटीज की ओर से एक के बाद एक अपनी राय रख रहे हैं।
कंगना रनौत: कंगना रनौत ने कहा इंडिया नाम में प्यार करने जैसा क्या है? पहले 'सिंधु' उस के बाद 'इंदुस' और उसके बाद गोल मोल करके इंडिया बना दिया। महाभारत के समय से हमें इंदु सिंधु क्यों कह रहे थे? साथ ही हमारे देश का नाम 'भारत' इतना सार्थक है, 'इंडिया' का अर्थ क्या है? पुरानी अंग्रेजी में इंडियन का मतलब एक गुलाम होता था। हम सभी भारतीय हैं, इंडियन नहीं।
जैकी श्रॉफ: जैकी श्रॉफ ने कहा कि अगर भारत को भारत किया जा रहा है तो कोई बुरी बात नहीं है। मेरा नाम जैकी है मुझे कुछ लोग जॉकी बोलते हैं। कोई मुझे जेकी बोलता है मेरे नाम को इतना अलग बोला जाता है लेकिन मैं नहीं बदलूंगा। हम कैसे बदलेंगे नाम बदल लेने से हम थोड़ी बदलेंगे।
अमिताभ बच्चन: अमिताभ बच्चन ने ट्वीट में लिखा, “ भारत माता की जय”। अमिताभ बच्चन ने ये ट्वीट उस समय किया जब संसद भवन में इंडिया का नाम भारत किए जाने पर हंगमा हो रहा था।
सुमित्रा महाजन: लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि देश का मूल नाम भारत ही है और इंडिया के रूप में इसका नामकरण अंग्रेजों द्वारा किया गया था। उन्होंने कहा मेरी समझ में ये नहीं आती कि भारत और इंडिया के नामों को लेकर विवाद की स्थिति क्यों बनी हुई है। हमारे देश का नाम भारत ही है और इसे हम हिंदुस्तान भी कहते हैं।
शशि थरूर: कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने कहा कि इंडिया को भारत कहने में हमें कोई संवैधानिक आपत्ति नहीं है। ये देश के दो आधिकारिक नामों में से एक हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि सरकार इतनी मूर्ख नहीं है कि 'इंडिया' नाम को पूरी तरह से खत्म कर दे। इंडिया नाम की सदियों से एक बड़ी ब्रांड वैल्यू बनी हुई है।
एस. जयशंकर: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि कुछ लोग भारत नाम पर आपत्ति जता रहे हैं, उन सभी को एक बार संविधन पढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कहा 'इंडिया दैट इज भारत और यह हमारे संविधान में है। मैं सभी को संविधान पढ़ने के लिए कहूंगा।
ममता बनर्जी: ममता बनर्जी ने कहा ''आज, केंद्र ने G20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज के निमंत्रण में INDIA का नाम बदल कर 'भारत' का उल्लेख किया है। भारत का संविधान भी कहता है कि अंग्रेजी में हम 'इंडिया' और हिंदी में हम 'भारत' हैं। अचानक ऐसा क्या हुआ कि केंद्र को देश का नाम बदलना पड़ा?''
एमके स्टालिन: तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा, "फासीवादी बीजेपी शासन को उखाड़ने के लिए विपक्षी दलों ने गठबंधन को 'INDIA'नाम दिया लेकिन अब बीजेपी सरकार 'इंडिया' को 'भारत' में बदलना चाहती है। बीजेपी ने भारत में बदलाव का वादा किया था लेकिन 9 साल के बाद सिर्फ बदलने को मिला सिर्फ नाम।
अधीर रंजन चौधरी: कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ''हिंदू नाम भी हमे विदेशों ने दिया है। मुझे लगता है कि हमारे पीएम खुद INDIA नाम से डरते हैं। पीएम मोदी की 'इंडिया' नाम को लेकर नफरत बढ़ गई है। अगर पीएम मोदी अंग्रेजों के इतने ही खिलाफ हैं तो उन्हें राष्ट्रपति भवन का त्याग कर देना चाहिए, जो कि वायसराय का घर था।
अरविंद केजरीवाल: अरविंद केजरीवाल जी ने कहा कि ''अगर देश कुछ पार्टियों का गठबंधन INDIA नाम से बन जाता है तो क्या पीएम मोदी देश का नाम बदल देंगे? हमारा देश 140 करोड़ लोगों का है, किसी एक पार्टी का नहीं है। अगर INDIA गठबंधन अपना नाम भारत रख लेता है तो क्या वे भारत का नाम BJP करेंगे?
गौरव गोगोई: कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि ''हम सभी इंडिया और भारत के लिए काम कर रहे हैं, जबकि BJP इंडिया बनाम भारत के लिए काम कर रही है। बेरोजगारी, महंगाई, अडानी के खिलाफ जांच, लद्दाख, चीन, जम्मू-कश्मीर और मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दों से BJP लगातार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।'
राघव चड्ढा: आप नेता राघव चड्ढा ने कहा, इंडिया हमारी राष्ट्रीय पहचान BJP की निजी संपत्ति नहीं है। पूरी दुनिया पीएम मोदी हंस रही है। हमें कोई दिक्कत नहीं है कि आप हमसे नफरत करते हैं लेकिन भारत और भारतीयों से नफरत न करें।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील के मुताबिक ये गैर-संवैधानिक नहीं है। भारत के संविधान के आर्टिकल 1 (1) में लिखा है - हमारे देश का नाम भारत और इंडिया दोनों है। इन दोनों नामों का इस्तेमाल संवैधानिक है। हालांकि अगर कोई हिंदुस्तान, जंबूद्वीप या आर्यावर्त लिखने लगे, तो इसे संविधान के खिलाफ माना जायेगा।