बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर करारा जवाब दिया। राहुल गांधी ने बुधवार को संसद में कहा था कि भारत सरकार में 90 सेक्रेटरी हैं और उनमें से मात्र 3 ओबीसी से हैं।
राहुल गांधी ने पूछा था कि सरकार में कितने सेक्रेटरी OBC से हैं? आज राज्यसभा में JP नड्डा ने उसी बयान पर पूछा कि 2004 से 2014 तक कितने सेक्रेटरी ओबीसी थे? उन्होंने कहा कि नेता को तो नेता ही रहना पड़ेगा; कोई ट्यूटर से काम नहीं करेगा।
जेपी नड्डा ने कहा कि 1992 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आपको अखिल भारतीय सेवाओं में OBC को आरक्षण देना चाहिए। 1995-96 में एससी/एसटी और ओबीसी वर्ग को सेवाओं में शामिल करना शुरू किया गया।
आज, सचिवों के पैनल में शामिल होने का कट-ऑफ वर्ष 1992 का है। वर्तमान सचिव 1992 बैच से पहले के लोग हैं। उन्होंने पूछा कि 2004 से 2014 तक कितने सचिव ओबीसी थे और वे कहां थे? जरा हमको इसका ज्ञानवर्धन कीजिए।
उन्होंने कहा कि ओबीसी को लेकर पीएम नेहरू के कार्यकाल के दौरान काका कालेलकर की रिपोर्ट आई थी और उसके बाद इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय में मंडल कमीशन की रिपोर्ट आई थी। ज्यादा जानकारी के लिये देखें वीडियो.....