
जस्टिस उदय उमेश ललित (Justice Uday Umesh Lalit) भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना ने देश के अगले मुख्य न्यायाधीश के लिए जस्टिस यूयू ललित के नाम की सिफारिश की है। विधि एवं न्याय मंत्रालय से आधिकारिक पत्र मिलने के बाद अब मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रमना ने अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश कर दी है।
जस्टिस ललित 27 अगस्त को 49वें सीजेआई के रूप में शपथ लेंगे। उनका कार्यकाल महज 74 दिनों का होगा। सीजेआई के रूप में जस्टिस ललित उस कॉलेजियम का नेतृत्व करेंगे जिसमें जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस कौल, जस्टिस नजीर और जस्टिस इंदिरा बनर्जी शामिल होंगी। जस्टिस बनर्जी के 23 सितंबर को रिटायर होने के साथ ही जस्टिस केएम जोसेफ कॉलेजियम में प्रवेश करेंगे। जस्टिस ललित 8 नवंबर को सीजेआई के रूप में रिटायर होंगे और इसके बाद जस्टिस चंद्रचूड़ 50वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त होंगे।
परंपरा के मुताबिक रिटायर होने वाले मुख्य न्यायाधीश ही नए मुख्य न्यायाधीश के नाम की सिफारिश करते हैं. इसी के चलते सीजेआई रमण ने आज अपने उत्तराधिकारी जस्टिस यूयू ललित का नाम अगले सीजेआई के तौर पर सिफारिश के लिए भेज दिया है।
बुधवार को जजों की नियुक्ति को लेकर सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक उस तनाव के माहौल के बीच हुई, जब अगले सीजेआई के रूप में जस्टिस ललित के नाम की सिफारिश करने के लिए कानून मंत्रालय ने सीजेआई रमण को चिट्ठी लिखने में देरी की। परंपरागत रूप से मंत्रालय मौजूदा सीजेआई की रिटायर से एक महीने पहले लिखता है, जो अपनी रिटायरमेंट से 30 दिन पहले मंत्रालय को सिफारिश भेजते हैं।
जस्टिस रमणा ने 24 अप्रैल, 2021 को देश के 48वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में अपना पदभार संभाला था। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती जस्टिस एसए बोवड़े की जगह ली थी। वह 16 महीने बाद अब 26 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं।
सीजेआई एनवी रमना इतिहास में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं. उनके कार्यकाल में सुप्रीम कोर्ट में एक साथ 9 जजों ने शपथ ली. पहली बार एक साथ तीन महिला जजों ने सुप्रीम कोर्ट में शपथ ली. इसी के साथ देश को पहली बार जस्टिस बीवी नागरत्ना के रूप में महिला सीजेआई मिलेंगी. विभिन्न हाईकोर्टों में सीजेआई रमण के कार्यकाल में करीब 250 जजों की नियुक्तियां हुईं है।