Lakhimpur Kand: एक तरफ यूपी की योगी सरकार प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर बड़े बड़े वादे किए जा रही है लेकिन दूसरी तरफ आधी आबादी पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
कुछ ही साल पहले यूपी में हाथरस का वीभत्स कांड घटित हुआ तो अब लखीमपुर खीरी में दो बहनों के शव पेड़ से लटके मिले हैं। बड़ी बात ये है कि उनकी मां का कहना है कि बुधवार को तीन लड़के उनके सामने से उनकी बेटियों को उठाकर ले गए और उनका रेप कर उन्हें मार दिया।
महिला सुरक्षा को लेकर संसद और विधानसभा में बड़ी बड़ी बातें तो की जाती हैं लेकिन इतिहास गवाह है कि आजतक किसी रेपिस्ट को सरकार ने ऐसी सजा नहीं दी जो एक उदाहरण बन सके। यहीं कारण है कि बलात्कार और महिलाओं पर अत्याचार करने वाले लोगों में प्रशासन और पुलिस का कोई खौफ नहीं है।
मामला लखीमपुर खीरी के निघासन थाना इलाके का हैं जहां 17 और 15 वर्षीय दो किशोरियों के शव पेड़ से लटके मिले हैं। घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।
शव मिलने के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क को जाम कर दिया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
सूचना मिलते ही IG लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह लखीमपुर पहुंच गईं। उन्होंने कहा कि परिजन जैसी शिकायत देंगे, उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल सकेगा। साथ ही SP समेत भारी पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गई।
मृत युवतियों की मां ने जो बयान दिया है उसे सुनकर आप भी चौंक जाएगें। किशोरियों की मां ने बताया कि बुधवार को दोनों बेटियां घर के बाहर नल पर बर्तन धो रहीं थी।
इसी दौरान दो युवक आए और जबर्दस्ती युवतियों को घसीटकर बाइक पर ले गए। युवतियों की मां ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की लेकिन आरोपियों ने उनके पेट पर लात मार दी जिससे वो वहीं गिर पड़ीं।
गांववासियों ने भी बाइक सवारों का पीछा करने की कोशिश की लेकिन वो हाथ न आ सके। उसके बाद खोजबीन में युवतियों के शव पेड़ से लटके मिले हैं।
मृतकाओं की मां का आरोप है कि आरोपियों ने रेप कर उनकी बच्चियों को मार डाला।
इस तरीके से दिनदहाड़े युवतियों को उठा ले जाना यूपी की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। गुंडों में पुलिस और प्रशासन को रत्ती भर भी खौफ नहीं है।
हर मामले की तरह इस केस में भी एफआईआर दर्ज होगी और कार्रवाई शुरू होगी लेकिन खत्म कब होगी ये किसी को नहीं पता। हालांकि मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन आरोपियों को सजा मिलेगी भी या नहीं और अगर मिलेगी तो कब मिलेगी ये सवाल एक बार फिर खड़े हो गए हैं।
इन सब कार्रवाई के बाद कुछ पीछे रह जाएगा तो उन लड़कियों की चीखें और उनकी मां की रूलाई । जिन्होंने एक ही झटके में अपनी दोनों बेटियों को खो दिया।
योगी सरकार इस मामले पर ध्यान देकर आरोपियों को कड़ी सजा दिलवाकर एक उदाहरण पेश करने जरूरत हैं । ताकि भविष्य में ऐसा कुकृत्य करने के बारे में सोचने से पहले भी गुंडों की रूह कांप जाए। अगर इस मामले में कार्रवाई चलती ही रही तो ये कांड भी होते ही रहेंगे।