
Manoj Muntashir On Rahul Gandhi: भारतीय सेना की तवांग में चीनी सेना के साथ हुई झड़प के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने के चक्कर में भारतीय सेना के पराक्रम पर ही प्रश्न चिह्न लगा दिए। इन बयानों को सुनकर एक बारगी लगता है जैसे कांग्रेस चीन की भाषा बोल रही है।
इस मामले पर संसद के दोनों सदनों में जमकर हो हल्ला हुआ। कांग्रेस को सरकार की यह घेराबंदी काफी भारी पड़ी। भाजपा के तमाम बड़े नेताओं से लेकर सोशल मीडिया पर लोग कांग्रेस पर हमलावर हो गए। कांग्रेसियों को खूब खरीखोटी सुनाई गई। इस सबके बाद अब प्रसिद्ध लेखक और कवि मनोज मुन्तशिर ने नाम लिए ही बिना राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विदेशी माता से उत्पन्न पुत्र कभी राष्ट्र भक्त नहीं हो सकता।
भोपाल में हुए एक कार्यक्रम में बोलते हुए लेखक एवं कवि मनोज मुन्तशिर ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। रवींद्र भवन में ‘मैं भारत हूं’ विषय पर बोलते हुए मनोज मुन्तशिर ने कहा, ‘चाणक्य ने कहा था कि विदेशी माता से उत्पन्न पुत्र कभी राष्ट्र भक्त नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि समस्या डीएनए की है।’ मुन्तशिर के बयान का बीजेपी समर्थन कर रही है लेकिन राहुल गांधी के बारे में इस तरह का बयान देने पर कांग्रेस ने बीजेपी की नीयत पर सवाल खड़े किये हैं।
मनोज मुन्तशिर ने अपने बयान में कहा, ‘भारत दुनिया में अकेला ऐसा देश है जहां के लोगों को देशभक्ति सिखानी नहीं पड़ती क्योंकि हम अपने DNA में इसे लेकर पैदा होते हैं।’ वहीं अपने बयान में राहुल गांधी के बयान का जिक्र करते हुए मनोज ने कहा, ‘एक गैरजिम्मेदार राजनेता ने कहा कि हमारे देश के सैनिक चीन के सैनिकों से पिट गए। कोई इतनी शर्मनाक भाषा का इस्तेमाल कैसे कर सकता है, पर मैं उसे क्या दोष दूं। मैं आचार्य विष्णुगुप्त चाणक्य के बयान को कोट कर रहा हूं- विदेशी माता से पैदा हुआ बेटा कभी राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता…’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चीन के अतिक्रमण से भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को खुलेआम चुनौती दी जा रही है क्योंकि केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा, "चीन जनवरी, 2020 में दिए गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस बयान की आड़ ले रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘‘किसी ने भी भारतीय क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया है या हमारी किसी भी जमीन पर कब्जा नहीं किया है।’’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि चीन के दुस्साहस करने पर कांग्रेस सरकार को 'जागने' की कोशिश कर रही है, लेकिन वह 'अपनी राजनीतिक छवि चमकाने' के लिए चुप्पी साधे है। जयराम रमेश ने कहा कि पिछले दो वर्षों से हम बार-बार सरकार को जगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार सिर्फ अपनी छवि को चमकाने के लिए इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि जब भी चीन बुरी नजर से हमारे देश की तरफ देखता है, प्रधानमंत्री या तो खुलकर या अपनी चुप्पी से चीन को क्लीन चिट दे देते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अपनी सेना के शौर्य के बल पर इतना तो दावे के साथ कह सकती हूं कि चीन को क्षति ज्यादा हुई होगी। पर इतनी बड़ी खबर भी सूत्रों के माध्यम से? सरकार कहां है? चीन बार-बार यह हिमाकत कर कैसे रहा है?
राजस्थान के जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी ने हाल ही में हुई तवांग झड़प को लेकर कहा था कि चीन का जो खतरा है, सरकार उसे छुपाने की कोशिश कर रही है। राहुल ने कहा कि चीन की पूरी आक्रामक तैयारी चल रही है, लेकिन हिंदुस्तान की सरकार सोई हुई है। राहुल ने कहा कि चीन की तैयारी युद्ध की है। वह युद्ध की तैयारी कर रहा है, लेकिन हमारी सरकार इसे स्वीकार नहीं कर रही है, इस तथ्य को छुपा रही है। चीन सिर्फ घुसपैठ की नहीं, बल्कि युद्ध की तैयारी कर रहा है।
मनोज मुन्तशिर के बयान पर कांग्रेस के नेता पीसी शर्मा ने कहा, ‘सोनिया गांधी वो महिला हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री का पद ठुकराया था। ये बीजेपी के किसी कवि और अंधभक्त के विचार होंगे। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से बीजेपी घबराई हुई है। इसलिये ये सब बातें कर रही है। ये वो परिवार है जिसमें इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने बलिदान दिया। इस बारे में किसी को हक नहीं है कि वो इस तरह के कमेंट करे।
बता दें कि 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें भारतीय सैनिकों ने घुसपैठ कर रहे करीब 300 चीनी सैनिकों को पीछे खदेड़ दिया था। इसी घटना का जिक्र करते हुए शुक्रवार को राजस्थान में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि चीनी सैनिक हमारे जवानों को अरुणाचल प्रदेश में पीट रहे हैं। राहुल गांधी इस समय भारत जोड़ो यात्रा के तहत राजस्थान में हैं।