करीब 28 साल पहले उत्तर प्रदेश में जब मुलायम सिंह यादव राज्य के मुख्यमंत्री थे। उनके कार्यकाल में ही कारसेवकों पर गोलियां चलाई गईं। दरअसल, राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में हिंदू साधु और कारसेवक अयोध्या के हनुमान गढ़ी की ओर मार्च कर रहे थे।
उन दिनों अयोध्या में भक्तों की भारी भीड़ पहुंच रही थी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस ने बाबरी मस्जिद के 1.5 किमी के दायरे में बैरिकेडिंग की थी। मुलायम सरकार के कार्यकाल में कारसेवकों पर गोलियां चलाई गईं, जिसमें सरकारी आंकड़े की बात करें तो यह महज 5 कारसेवकों की मौत पर सिमट जाता है, लेकिन सच्चाई इससे 40 कदम आगे है।
इस फायरिंग के बाद अयोध्या से देश का माहौल पूरी तरह गर्म हो गया था। इस मामले में मुलायम सिंह यादव का नाम प्रमुखता से आया था और उनसे जुड़ा यह विवाद खूब छाया हुआ था।
30 अक्टूबर 1990 को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर जब कारसेवक अयोध्या गए तो उत्तर प्रदेश की सत्ता मुलायम सिंह यादव के हाथों में थी। जब कारसेवक ढांचे की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने पहले सरकार के आदेश पर लाठीचार्ज किया और बाद में कारसेवकों पर गोलियां चला दीं। गोली लगते ही भगदड़ मच गई। जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागे।
भीड़ में कई लोग कुचल कर गंभीर रूप से घायल हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 6 फरवरी 2014 को मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी में एक कार्यक्रम के दौरान कबूल किया था कि उनके ही आदेश पर गोलियां चलाई गईं।
लखनऊ में रिक्शा चालकों को मुफ्त में ई-रिक्शा बांटने का काम किया जा रहा था। उस समय बदायूं रेप कांड काफी चर्चा में था। इस कार्यक्रम के बीच मुलायम सिंह यादव ने ऐसा विवादित बयान दिया, जिसकी जमकर निंदा हुई।
दरअसल, उस वक्त मुलायम ने कहा था कि एक ने रेप किया और चार के नाम लिखे, क्या यह संभव है कि चार युवकों ने एक महिला से रेप किया हो। गौरतलब है कि उस वक्त मुलायम ने रेप के मामलों में यूपी को दूसरे राज्यों से कम खतरनाक बताया था।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मुरादाबाद में आयोजित एक रैली में विवादित बयान दिया था, जिसके बाद वह भी महिलाओं के निशाने पर आ गए थे। मुलायम ने कहा था कि रेप के मामलों में मौत की सजा देना गलत है। "लड़के लड़के हैं, गलतियाँ की जाती हैं"।
रेप के मामलों में फांसी नहीं होनी चाहिए। लड़के गलतियाँ करते हैं। एसपी संरक्षक ने कहा था कि कई बार लड़कों को भी फंसाने का आरोप लगाया जाता है। लड़के गलतियाँ करते हैं। ऐसे कानूनों को बदलने की जरूरत है।
रेप मामले के अलावा सपा प्रमुख पर एक और विवादित बयान देने का आरोप लगा था। दरअसल, उन पर महिला वर्कर्स का इस्तेमाल करने का आरोप लगा था। उनका यह बयान उस वक्त काफी चर्चा में रहा था। उन्होंने कहा था कि ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को पार्टी में शामिल करें, इससे पार्टी को काफी वोट मिलेगा। मुलायम सिंह की ये बात काफी समय से चर्चा का विषय बनी रही थी।