Odisha Train Accident: पूर्व रेल मंत्री ने कहा- इंटरलॉकिंग सिस्टम से हुई बड़ी छेड़छाड़, कांग्रेस, TMC सीबीआई जांच के विरोध में; क्या हादसे के पीछे है कोई साजिश?
Odisha Train Accident: ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने ट्रेन के इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ होने का दावा किया है। वहीं, ममता बनर्जी मामले की सीबीआई जांच का विरोध कर रहीं हैं। इसको लेकर बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि रेल हादसा TMC की साजिश है। इसलिए वह सीबीआई जाँच से डर रही हैं।
दरअसल, BJP नेता और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने न्यूज18 से बात करते हुए कहा है, “इंटरलॉकिंग सिस्टम और घटना में क्या हुआ, इसके बारे में मेरे पास जो इनपुट और समझ है, मुझे लगता है कि इसमें बड़ी छेड़छाड़ की गई थी। इसी के चलते कोरोमंडल एक्सप्रेस मेन ट्रैक से लूप लाइन पर चली गई। अब और अधिक जानकारी सामने आने के बाद मुझे 100% यकीन है कि यह दुर्घटना किसी बड़े छेड़छाड़ के चलते हुई।”
बता दें कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे, ममता बनर्जी और पवन कुमार बंसल ने रेल दुर्घटना की सीबीआई जांच के लिए सरकार की आलोचना की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांग चुके, वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी सीबीआई जांच को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।
TMC प्रवक्ता ने शेयर किया ‘लीक’ ऑडियो
शुक्रवार (2 जून, 2023) को तीन ट्रेनों की टक्कर के होने के ठीक अगले दिन यानि शनिवार (3 जून, 2023) की शाम तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने ट्विटर पर एक ऑडियो शेयर किया था। इसमें रेलवे के दो अधिकारियों को बातचीत करते सुना जा सकता है।
इनमें से फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को साउथ वेस्ट रेलवे का प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी ऑफिसर (PCSO) बताया। वहीं, दूसरे ने खुद को साउथ इस्टर्न रेलवे के डिप्टी चीफ सेफ्टी ऑफिसर (DCSO) अशोक अग्रवाल बताया। ऑडियो में दोनों अधिकारियों सिग्नल में छेड़छाड़ की बात करते सुना जा सकता है।
दिलचस्प बात यह है कि ऑडियो शेयर करते हुए कुणाल घोष ने यह भी लिखा है कि यह ऑडियो वेरिफाइ नहीं है।
इंटरलॉकिंग सिस्टम खराब होना असंभव : दिनेश त्रिवेदी
पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने दावा किया, “रेलवे ट्रैक पर ग्रीन सिग्नल था, ऐसे में इंटरलॉकिंग सिस्टम का इस तरह से खराब होना असंभव है। रेलवे सिस्टम में इस तरह की चीजें नहीं होतीं। यदि कभी इंटरलॉकिंग सिस्टम फेल हो जाता है या खराब हो जाता है तो दूसरा सिस्टम काम करना शुरू कर देता है। इसे ‘फेल-सेफ’ कहा जाता है। यदि फेल-सेफ एक्टिव हो जाता है, तो रेलवे ट्रैक पर सभी सिग्नल रेड हो जाते हैं।”
उन्होंने इस पूरी दुर्घटना को सुनियोजित करार देते हुए कहा है, “हमें यह समझना चाहिए कि एक लोको पायलट सिग्नल के आधार पर केवल ब्रेक दबा सकता है या ट्रेन की स्पीड बढ़ा सकता है। लोको पायलट न तो ट्रैक बदल सकता है और न ही ट्रेनों का रुट बदल सकता। लिहाजा, सिस्टम के अंदर से छेड़छाड़ किए जाने के बाद ट्रेन ने ट्रैक बदला और अपने आप ही मेन लाइन से लूप लाइन पर चली गई।
अगर यह सिर्फ सिग्नल फेल होने या इंटरलॉकिंग सिस्टम की खराबी का मामला होता, तो ट्रेन इतनी आसानी से ट्रैक कभी नहीं बदल सकती थी। वास्तव में, सिस्टम के फेल होते ही सिग्नल अपने रेड हो जाता है।”
सीबीआई जांच से क्यों डर रही है TMC : शुभेंदु अधिकारी
ओडिशा ट्रेन हादसे की सीबीआई जाँच का विरोध करने से लेकर ऑडियो लीक तक के मामले में पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने TMC पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही कहा है कि तृणमूल कॉन्ग्रेस की साजिश के चलते ही यह हादसा हुआ।
अधिकारी ने कहा है, “यह घटना टीएमसी की साजिश है। ये कल से इतना क्यों घबरा रहे हैं जबकि यह घटना तो दूसरे राज्य की है। ये लोग सीबीआई जाँच से क्यों डर रहे हैं? इन लोगों ने पुलिस की मदद से दोनों रेलवे अधिकारियों के फोन टैप किए। इन लोगों को रेलवे के दो अधिकारियों की बातचीत का पता कैसे चला? बातचीत कैसे लीक हो गई। यह सब सीबीआई जाँच में यह आना चाहिए। नहीं आया तो मैं कोर्ट जाऊँगा।”
कांग्रेस, TMC उठा रहे सीबीआई जांच पर प्रश्न
कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे, ममता बनर्जी और पवन कुमार बंसल ने रेल दुर्घटना की सीबीआई जांच के लिए सरकार की आलोचना की है। ममता बनर्जी ने कहा, ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस और सैंथिया दुर्घटना मामलों में सीबीआई ने जांच की थी, लेकिन इनका कोई निष्कर्ष नहीं निकला है।
इस हादसे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांगा। वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, बालासोर ट्रेन दुर्घटना में रेलवे सुरक्षा आयुक्त की रिपोर्ट से पहले ही सीबीआई जांच की घोषणा कर दी गई है। यह कुछ और नहीं, बल्कि हैडलाइन मैनेजमेंट है। सरकार डेडलाइन पूरा करने में पूरी तरह से विफल है।