मिर्जापुर जिले के सक्तेशगढ़ स्थित स्वामी अड़गड़ानंद परमहंस के आश्रम में 28 जुलाई की सुबह आश्रम में भक्त सुबह की दिनचर्या में व्यस्त थे। तभी वहां गोलियां चलने की आवाज आने लगी। लोगों ने देखा तो एक साधु की गोली लगी हुई थी, जिससे एक साधु की मौके ही मौत हो गई। जबकि दूसरा घायल अवस्था में था। आनन-फानन में आश्रम के लोगों ने घायलों को चंदौली के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया।
सूचना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्हें एक साधु की लाश मिली। साधु के सिर पर गोली लगी हुई थी। पुलिस ने बताया कि साधु ने आत्महत्या की है। इसके बाद सीसीटीवी कैमरे की जांच करने पर पता चला कि एक और साधु को गोली लगी है।
जो कि चंदौली में भर्ती है। घटना के दौरान स्वामी अड़गड़ानंद आश्रम में मौजूद थे। इस मामले को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है।
यथार्थ गीता के प्रणेता स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के लाखों भक्त देश-विदेश में फैले हुए है। उनका चुनार के सक्तेशगढ़ में परमहंस आश्रम है। 28 जुलाई की सुबह आश्रम में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। आश्रम में गोलियों की आवाज सुनकर हड़कंप मच गया।
जहां से गोली चलने की आवाज आई और वहां से लोग भागे निकले। साधु जीवन बाबा उर्फ जीत पुत्र सियाराम निवासी सीहोर जिला शिवपुर और आशीष महाराज को गोली मार दी गई।
सूचना पर चुनार थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। सीओ चुनार रामानंद राय फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वायड के साथ मौके पर पहुंचे। मौके पर मध्य प्रदेश के शिवपुर जिले के छतरी थाना निवासी जीवन बाबा उर्फ जीत पुत्र सियाराम का शव मिला। जिसके सिर में गोली मारी गई थी।
सीओ की जांच में पता चला कि जीवन बाबा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मौके से दो पिस्टल बरामद हुई है। आश्रम के लोगों ने कहा कि दोपहर 12 बजे आशीष महाराज को गोली मागी गई। दो लोगों को गोली लगने की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने मामले की जांच के लिए एएसपी नक्सल महेश सिंह अत्रि को मौके पर भेजा।
मौके पर पहुंचे एएसपी नक्सल ने बताया कि एक साधु को गोली लगने की सूचना पर आश्रम के सीसी फुटेज की जांच की गयी। फोरेंसिक जांच के बाद पता चला कि एक अन्य व्यक्ति को गोली मारी गई है।
मिर्जापुर के अस्पताल और अन्य अस्पतालों का पता लगाया गया, लेकिन पता नहीं चल सका। इसके बाद पुलिस को अपने सूत्रों से पता चला कि आशीष बाबा को गोली मारी गई है। उन्हें चंदौली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।